मिरर मीडिया : झारखंड के देवघर एयरपोर्ट पर एटीसी के बिल्डिंग में जबरन गुस्कार उड़ान की मंजूरी लेने के मामले में एफआईआर के बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की प्रतिक्रिया सामने आई है। सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया कि वह एयरपोर्ट के एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन हैं और एटीसी ऑफिस में जा सकते हैं। वहीं सांसद मनोज तिवारी के साथ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह सिविल एविएशन कमेटी के सदस्य हैं।
जबकि झारखंड सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार देवघर एयरपोर्ट को ठीक से चलाना ही नहीं चाहती है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मालिक और देवघर एयरपोर्ट के डायरेक्टर के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर दिया है। निशिकांत दुबे ने इस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर एटीसी क्लीयर नहीं होती तो पायलट का लाइसेंस कैंसिल हो जाता। सांसद ने बताया कि दिल्ली तक उड़ान भरने के लिए चार एटीसी से मंजूरी लेनी होती हैं, तो क्या सभी एटीसी झूठ बोल रही हैं। वहीं नाइट लैंडिंग के सवाल पर सांसद ने कहा कि देवघर में शाम 6.06 बजे दिन ढला था और हमारा प्लेन ने 6.17 बजे पर उड़ान भरी थी।
आपको बता दें कि एक ओर जहां एयरपोर्ट के एटीसी में सांसद निशिकांत दुबे व अन्य के प्रवेश करने को लेकर उनके खिलाफ देवघर के कुंडा थाना में एफआइआर दर्ज की गई है, वहीं पलटवार करते हुए गोड्डा सांसद ने देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई है।
इधर इसी मुद्दे को लेकर सांसद और देवघर डीसी के बीच आधी रात से ही ट्वीटर वार शुरू हो गया। दोनों तरफ से एक पर एक लगातार ट्वीट किये गए। देवघर पुलिस ने सांसद पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है तो सांसद ने देवघर डीसी के देवघर एयरपोर्ट में प्रवेश करने को गलत बताया है। इसी मामले में उन्होंने देवघर के एसपी से भी मेल पर शिकायत की थी।
सांसद निशिकांत दुबे का ट्वीट
रात करीब 11:30 बजे सांसद निशिकांत दुबे ने देवघर डीसी पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि यह एक अपराधी का अंदाज है जो जबरदस्ती बिना अनुमित के सुरक्षा घेरा तोड़कर घुसता है। आप एयरपोर्ट के अंदर किस हैसियत से गए, आपको सीसीटीवी देखने की इजाजत किसने दी।
उपायुक्त का ट्वीट
इसके जबाव में उपायुक्त ने सांसद को सीधे संबोधित करते हुए लिखा कि वे एयरपोर्ट के टर्मिनल में इंट्री पास लेकर गए थे। साथ ही कहा कि उपायुक्त देवघर भी एयरपोर्ट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर का एक सदस्य है।
पुनः सांसद निशिकांत दुबे का ट्वीट
उसके बाद सांसद ने फिर लिखा कि उपायुक्त किसकी अनुमति से सीसीटीवी कमरे, एप्रॉन व एटीसी टावर में गए। उन्होंने नियम का उल्लंघन किया है।
पुनः उपायुक्त का ट्वीट
इसका जबाव देते हुए उपायुक्त ने लिखा कि वे एप्रॉन व एटीसी में नहीं घुसे थे। उनका कहना था कि इस मामले की जांच संबंधित अधिकारियों के जिम्मे छोड़ दिया जाना चाहिए।
पुनः सांसद निशिकांत दुबे का ट्वीट
इसके बाद रात करीब 12 बजे सांसद ने फिर ट्वीट किया और लिखा कि सीआइएसएफ या राज्य पुलिस सिर्फ सुरक्षा देने के लिए एयरपोर्ट पर होती है, ना कि सीसीटीवी फुटेज की जानकारी देने के लिए।
पुनः उपायुक्त का ट्वीट
इसपर उपायुक्त ने सांसद के समझ कुछ सवाल रखे। उन्होंने पूछा कि किसकी अनुमति से सांसद एटीसी कमरे में गए? किसकी अनुमति से उनके दो बच्चे एटीसी कमरे में गए? किसकी अनुमति से उनके समर्थक वहां गए?
पुनः जवाब देते हुए सांसद निशिकांत दुबे का ट्वीट
इसका जवाब देते हुए सांसद ने लिखा कि उन्होंने एयरपोर्ट के अधिकारियों से आवश्यक अनुमति ली थी। साथ ही वह एयरपोर्ट सलाहकार समिति के सदस्य हैं और इस नाते वहां जाकर जांच कर सकते हैं। वह हाई कोर्ट में रात्रि उड़ान में हो रही देरी को लेकर केस भी लड़ रहे हैं। उन्होंने उपायुक्त पर न्यायालय की अवमानना करने का भी आरोप लगाया।
उपायुक्त ने जवाब देते हुए किया ट्वीट
इधर, उपायुक्त भी रुकने के मूड में नहीं थे। उन्होंने जबाव देते हुए लिखा कि रात की उड़ान सेवा का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इसलिए इस बारे में वह कुछ नहीं कहेंगे। चूंकि फिलहाल देवघर में रात में उड़ान की सुविधा नहीं है, आए दिन फ्लाइट रद हो रही है, ऐसे में सांसद कैसे चार्टर्ड प्लेन को शाम के 6:17 बजे उड़ा ले गए, जबकि सूर्य शाम के 6:03 बजे ही अस्त हो चुका था।
पुनः सांसद का ट्वीट
इसके बाद रात के करीब 12:29 बजे सांसद ने अंतिम ट्वीट करते हुए उपायुक्त को उड्डयन विभाग के नियमों को पढ़ने की सलाह दी थी। कहा कि एक आइएएस अधिकारी से बेहतर कार्य करने की अपेक्षा है। अब यह मामला हर स्तर पर जांच का विषय है। ऐसे में उपायुक्त कृपया कर कुछ भी कमेंट करने से पहले नियम के बारे में पढ़ लें। उन्होंने अंत में चुटकी लेते हुए लिखा कि सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।
हालांकि इस ट्वीट का कोई जबाव उपायुक्त ने नहीं दिया।
इतना ही नहीं शनिवार की सुबह निशिकांत दुबे ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया। इस बार उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए लिखा कि मुद्दा दुमका की बेटी की निर्मम हत्या है। उसके परिवार से मिलने हम, मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा क्या गए, हेमंत सोरेन जी आप इतना बौखला गए कि पूरा पेड सिस्टम व हसैडी अधिकारी गाली देने लगे। उन्होंने लिखा कि दुमका की बेटी व झारखंड के इस्लामीकरण से त्रस्त परिवार के इंसाफ की लड़ाई केस-मुकदमे से बंद नहीं होगी।
गौरतलब है कि 31 अगस्त को देवघर एयरपोर्ट से शाम में चार्टर्ड प्लेन से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और पार्टी नेता कपिल मिश्रा दिल्ली गए थे जिसके बाद नियम विरुद्ध एटीसी क्लीयरेंस सहित अन्य मामले में बात इतना बढ़ गया। एक ओर जहां एयरपोर्ट के एटीसी में सांसद निशिकांत दुबे व अन्य के प्रवेश करने को लेकर उनके खिलाफ देवघर के कुंडा थाना में एफआइआर दर्ज की गई है, वहीं गोड्डा सांसद ने देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ दिल्ली में शिकायत दर्ज कराई है।देवघर पुलिस ने सांसद पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया है तो सांसद ने देवघर डीसी के देवघर एयरपोर्ट में प्रवेश करने को गलत बताया है। देर रात इसी मामले में ट्विटर पर सांसद और डीसी आपस में भिड़े हुए नजर आए।