वाशिंगटन/फ्लोरिडा। भारतीय मूल की अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विलमोर करीब नौ महीने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर बिताने के बाद आज पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने उनकी वापसी की आधिकारिक घोषणा कर दी है।
नासा के मुताबिक, बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में आई तकनीकी खामी के कारण उनकी वापसी में देरी हुई थी। हालांकि, अब यह मिशन पूरा होने जा रहा है। दोनों अंतरिक्षयात्री मंगलवार 18 मार्च की शाम 5:57 बजे (भारत में 19 मार्च, बुधवार तड़के 3:27 बजे) फ्लोरिडा तट पर उतरेंगे।
अंतरिक्ष से वापसी के बाद कठिन होगा अनुकूलन
ISS में करीब नौ महीने बिताने के बाद दोनों अंतरिक्षयात्रियों को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के साथ दोबारा तालमेल बैठाने में समय लगेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, अंतरिक्ष यात्रियों को इस दौरान चक्कर, मतली और हृदयगति में बदलाव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा, महीनों तक बिना चलने-फिरने के कारण उनके पैरों के तलवे कोमल और संवेदनशील हो जाते हैं। वहीं, जीभ भी भारी महसूस होती है। नासा के अनुसार, इन चुनौतियों से निपटने के लिए विशेष पुनर्वास कार्यक्रम चलाया जाएगा, जिससे दोनों जल्द ही सामान्य जीवन में लौट सकें।
नौ महीने का ऐतिहासिक मिशन
गौरतलब है कि सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक रहने वाली महिला अंतरिक्षयात्रियों में शामिल हैं। उनका यह मिशन बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के पहले क्रू मिशन के रूप में ऐतिहासिक भी रहा। अब सभी की निगाहें उनकी सुरक्षित वापसी पर टिकी हैं।