मिरर मीडिया : गुरुवार को सदर अस्पताल में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत की गई। 15 जून से 28 जून तक जिले भर में लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में जानकारी दी जाएगी एवं कुष्ठ रोग को लेकर लोगों में फैले भ्रम को दूर करने का कार्य किया जाएगा। सही समय पर जांच और इलाज से कुष्ठ रोग से निजात पाना संभव है। सिविल सर्जन की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सदर अस्पताल के नोडल पदाधिकारी एवं अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।
वही जानकारी देते हुए सिविल सर्जन आलोक विश्वकर्मा ने बताया कि सही समय पर जांच और इलाज से कुष्ठ रोग से निजात पाना संभव है। कुष्ठ का फैलाव सांस के द्वारा होता है। कुष्ठ रोग से प्रभावित रोगी के संपर्क में आने से इसका प्रसार होता है। इस बीमारी का प्रसार बहुत धीमी गति से होता है इसी के साथ ही इससे पहचान में आने में भी काफी वक्त लगता है।
कुष्ठ रोग की शुरुआत शरीर में चमड़े का रंग फीका अथवा लाल होते हुए छोटा या बड़ा दाग के रूप में होता है। कान, चेहरे, हाथ व पैर के चमड़े का मोटा होना, चमड़े का रंग लाल होना अथवा चमड़े में छोटा-छोटा गांठ निकल जाना भी कुष्ठ रोग के लक्षण है। ऐसे लक्षण आने पर नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच करवा सकते हैं। रोग प्रमाणित होने पर पूर्ण ट्रीटमेंट कराएं। जल्दी इलाज होने से कुष्ठ रोग से निजात पाना संभव है।