हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर : हर तरफ लैंडस्लाइड और बाढ़ आ रहा है नजर : कई लोगों के मौत की खबर

Uday Kumar Pandey
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मिरर मीडिया : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने एक बार फिर तबाही मचा दी है। लगातार बरसात की वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड और बाढ़ का सिलसिला जारी है। बता दें कि कुदरत ने एक महीने के भीतर ऐसी विनाशलीला रची है, जिसके आगे इंसान बेबस और लाचार नज़र आ रहे हैं।

वहीं घटना के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ट्वीट कर कहा, ‘शिमला से दुखद खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में ‘शिव मंदिर’ ढह गया। अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं। स्थानीय प्रशासन उन लोगों को बचाने के लिए मलबे को हटाने के लिए तत्परता से काम कर रहा है, जो अभी भी फंसे हो सकते हैं। वहीं, मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भी 16 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग ने देहरादून, पौड़ी, टिहरी, नैनीताल, यूएसनगर और चंपावत जिलों के लिए भारी सेबहुत भारी का रेड अलर्ट जारी किया है। हरिद्वार जिले में ऑरेंज अलर्ट रहेगा। इसके अलावा उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

इधर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में भी दो दिन से लगातार भारी बारिश हो रही है, जिसकी वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं भी हुई है। शिमला-बिलासपुर नेशनल हाइवे के पास लैंडस्लाइड के कारण एक विशालकाय पेड़ सड़क पर गिरने से पूरा रास्ता ही बंद हो गया, जबकि छोटा शिमला की ओर जाने वाली सड़क भी लैंडस्लाइड की भेंट चढ़ गया। लैंडस्लाइड की चपेट में कई घर और गाड़ियां भी आ गईं, जिससे लोगों को भारी नुकसान की खबर है।

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के नाचन इलाके में बादल फटने के कारण जबरदस्त तबाही मची है। बादल फटने की वजह से अचानक पहाड़ों से इतना पानी और मलबा आया कि रिहाइशी इलाकों में खलबली मच गई। कई घरों और उसके आसपास खड़ी गाड़ियों को भारी नुकसान पहुंचा है, जबकि खेतों में खड़ी फसल भी बर्बाद हो गई।  मैदानी इलाकों में भी पानी और कीचड़ भर गया। मलबे की चपेट में आने से बिजली के खंभे भी उखड़ गए और पूरे इलाके में बिजली सेवा ठप हो गई।

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मैं उदय कुमार पाण्डेय, मिरर मीडिया के न्यूज डेस्क पर कार्यरत हूँ।
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