डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : कोलकाता में देश के नौ राज्यों से प्रतिभाशाली एनसीसी कैडेट्स जुटे। अवसर था पूर्वी सेना कमान की ओर से सम्मान समारोह का। इस अवसर पर तीनों सेवाओं के सीनियर डिवीजन और सीनियर विंग के अनुकरणीय कैडेटों की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया। विकसित भारत 2047 के राष्ट्रीय दृष्टिकोण और युवा नेतृत्व व राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता के अनुरूप कोलकाता में सेना की पूर्व कमान मुख्यालय ने मंगलवार को यहां विजय दुर्ग स्थित अल्बर्ट एक्का आडिटोरियम में एनसीसी सर्वश्रेष्ठ कैडेट पुरस्कार समारोह 2025 का आयोजन किया।

पूर्वी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में एनसीसी के पश्चिम बंगाल व सिक्किम और उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) निदेशालयों के कैडेटों को उत्कृष्ट अनुशासन, समर्पण और नेतृत्व क्षमता के लिए सम्मानित किया गया। कोलकाता में रक्षा प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि नौ राज्यों और 106 एनसीसी त्रि-सेवा इकाइयों के कैडेटों ने एनसीसी के बैनर तले भारत के युवाओं की व्यापकता और एकता को प्रदर्शित करते हुए समारोह में भाग लिया। सर्वश्रेष्ठ एसडी कैडेट ट्राफी रूपम बैद्य को और सर्वश्रेष्ठ एसडब्ल्यू ट्राफी बंगाल और सिक्किम निदेशालय की ज्योति हलदर को प्रदान की गई, जबकि रनर अप पदक मेघालय की कैडेट भावना थापा और एनईआर निदेशालय के असम एसडब्ल्यू की कैडेट वीर ज्योति शर्मा को मिला।
इस अवसर पर अपने प्रेरक संबोधन में पूर्वी आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल तिवारी ने देश के भविष्य को आकार देने में एनसीसी की परिवर्तनकारी भूमिका की सराहना की। उन्होंने कैडेटों के शानदार प्रशिक्षण, अटूट जुनून और राष्ट्र निर्माण और सामुदायिक सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कैडेटों को अच्छे मूल्यों को अपनाने, सकारात्मक मानसिकता विकसित करने और निस्वार्थ सेवा और नेतृत्व के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। समारोह में एनसीसी के बंगाल व सिक्कम निदेशालय के एडीजी मेजर जनरल विवेक त्यागी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे।
समारोह ने तीनों सेवाओं के सीनियर डिवीजन (एसडी) और सीनियर विंग (एसडब्ल्यू) के अनुकरणीय कैडेटों की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया। अधिकारियों ने कहा कि यह कार्यक्रम सशस्त्र बलों और एनसीसी के बीच स्थायी साझेदारी का भी प्रमाण है। इस मौके पर एनसीसी कैडेटों द्वारा कलाबाजी के प्रदर्शन के साथ शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जो आकर्षण का केंद्र रहा। इन प्रदर्शनों में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और एनसीसी को परिभाषित करने वाली अदम्य भावना की प्रतिध्वनि थी।