मिरर मीडिया : नेपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ है प्रदर्शन पर नेपाल सरकार सख्त है। वहीं इस बाबत नेपाल सरकार ने रविवार को अपने नागरिकों से कहा कि मित्र देशों के सम्मान को नुकसान पहुंचाने वाला कोई भी निंदनीय और अपमानजनक काम ना करें। नेपाल में कुछ लोगों ने भारत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया था, जिसके बाद स्थानीय सरकार ने चेतावनी जारी की।
दरअसल कहा जाता है कि बयास ग्रामीण नगरपालिका के 33 वर्षीय जय सिंह धामी महाकाली नदी अस्थायी रोपवे के माध्यम से पार कर रहे थे, लेकिन भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा में तैनात सशस्त्र सीमा बल के जवानों को देख नदी में कूद गए थे। वहीं भारतीय अधिकारियों के अनुसार, धामी गैर कानूनी तरीके से नेपाल के धारचुला से भारत के उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले स्थित गास्कू आ रहे थे। जबकि मामले की जांच कर रही नेपाली जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह घटना भारतीय सुरक्षा कर्मियों की मौजूदगी में हुई थी।
गौरतलब है कि नेपाल में कुछ लोगों ने भारत के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया था, जिसके बाद स्थानीय सरकार ने चेतावनी जारी की। नेपाल के गृह मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि गत कुछ दिनों में मित्र देश के प्रधानमंत्री की छवि को धूमिल करने के लिए हो रही नारेबाजी, प्रदर्शन और पुतले जलाने की घटना सामने आई है, जो पूरी तरह से गलत है।