पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से पाकिस्तान पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश की सेना को संबोधित किया। उन्होंने आतंकवाद से पाकिस्तान के किसी भी संबंध को सिरे से नकारते हुए कहा कि “हमने हमेशा आतंक की निंदा की है और आतंक से लड़ते हुए न जाने कितने बलिदान दिए हैं।”
भारत ने पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों का हाथ बताया है और इसका बदला लेने की भी बात कही है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शहबाज शरीफ ने कहा, “यह एक ब्लेम गेम है। हमें बदनाम करने की साजिश हो रही है। लेकिन हम हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं।”
प्रधानमंत्री शरीफ ने अपने भाषण में धमकी भरे अंदाज़ में यह भी कहा कि, “हमारी सेना जंग के लिए पूरी तरह तैयार है। कोई भी हमारी संप्रभुता को चुनौती नहीं दे सकता। हम पाकिस्तान की एक-एक इंच जमीन की रक्षा करेंगे।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि पाकिस्तान शांति चाहता है लेकिन कोई इसे हमारी कमजोरी न समझे। “हमारी प्राथमिकता अमन है, लेकिन हम अपनी सरहदों की रक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे।”
सिंधु जल समझौते पर भी दी कड़ी चेतावनी
भारत की ओर से सिंधु जल समझौते को लेकर अपनाए जा रहे सख्त रुख पर शहबाज शरीफ ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “अगर पानी रोकने की कोशिश की गई, तो हम इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे। पानी रोकने का मतलब है जिंदा रहने के हमारे अधिकार पर हमला, और हम इसका हर हाल में प्रतिकार करेंगे।”
शेर के साथ दिया भाषण का समापन
शहबाज शरीफ ने अपने जोशीले भाषण का अंत एक शेर के साथ किया, जिसमें उन्होंने देश की सुरक्षा और बलिदान के जज्बे को दर्शाया:
ख़ून-ए-दिल देकर निखारेंगे रुख-ए-गुलाब,
हमने गुलशन के तहफ़्फुज़ की कसम खाई है।
भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनावपूर्ण माहौल बन गया है। अब यह देखना अहम होगा कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक कदम क्या रुख अपनाते हैं।