
बीते अप्रैल माह में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनातनी चल रही है। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए बिहार में सभी प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसके बाद ये फैसला लिया गया। इसके साथ ही बिहार के सीमावर्ती इलाकों में कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधान सचिव दीपक कुमार, राज्य के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा और डीजीपी विनय कुमार समेत अन्य आलाधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों व कर्मियों एवं आपदा प्रबंधन से जुड़े सभी अधिकारियों तथा कर्मियों की छट्टियां रद्द कर दी गयी हैं। स्वास्थ्य विभाग एवं कानून व्यवस्था से जुड़े सभी कर्मियों को पूरी तरह अलर्ट पर रखा गया है।
सीमावर्ती जिलों में बढ़ाई गई सुरक्षा
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच हालात युद्ध जैसे बन गए है। आतंकवाद के खिलाफ आपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में बिहार में सुरक्षा सख्त कर दी गई है। सभी प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। बिहार सरकार ने सीमावर्ती जिलों में सभी महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है। लगातार सघन गश्ती करने को कहा गया है। सीएम ने कहा है कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अपने-अपने क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थानों और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क रहें. सोशल मीडिया और अन्य हैंडल के जरिए फर्जी खबरों और अफवाहों पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश है।
बिहार से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर विशेष चौकसी
भारत-पाकिस्तान के बीच गहरे तनाव की स्थिति को देखते हुए बिहार से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर विशेष चौकसी बरती जा रही है। राज्य की करीब 729 किमी लंबी सीमा नेपाल के साथ लगती है। इसके साथ पश्चिम बंगाल होकर बांग्लादेश की सीमा भी बिहार को छूती है।