अब आत्मनिर्भर होकर समाज में रहेगी सावित्री व दीपाली, शिविर में असहाय को कंबल, बुढ़ापे में पेंशन व विकलांग को बैसाखी मिलने पर हर्ष

Manju
By Manju
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जमशेदपुर : ठंड में अगर असहाय को कंबल मिल जाए व बुढ़ापे में पेंशन व पैर से विकलांग को बैसाखी मिल जाए तो जिंदगी आराम से तो नहीं कम से कम शांतिपूर्वक ढंग से कट सकती है। ऐसी ही सुविधा इन दिनों मुसाबनी प्रखंड अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम ‘आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार’ में ग्रामवासियों को मिल रहा है। घर के आंगन में सभी सुविधा उपलब्ध होने पर ग्रामीणों में हर्ष का माहौल देखने को मिल रहा है। आज मुसाबनी प्रखंड अन्तर्गत ग्राम पंचायत पूर्वी बादिया में आयोजित ‘आपकी योजना-आपकी सरकार-आपको द्वार’ कार्यक्रम में जरूरतमंदों के बीच विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुंचाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रखंड विकास पदाधिकारी सीमा कुमारी, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य आदि द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके की गई।

विकलांग को मिला बैसाखी खुशी का ठिकाना न रहा
लंबे समय से दिव्यांगता झेल रहे पूर्वी बादिया पंचायत सोसोडीह ग्राम के राम हांसदा को जब बैसाखी मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना ना रहा। उन्होंने बताया कि पहले एक लकड़ी का सहारा लेकर चलने का काम करते थे। जिसमें उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब बैसाखी मिलने से काफी आराम लग रहा है और इनके माध्यम से कही भी आना-जाना कर सकते है।

अब समाज में जी रहे सम्मान से
प्रखंड के सावित्री सरकार व दीपाली मार्डी जिनकी पहचान कभी शराब निर्माता तो कभी हाट-बाज़ार में हड़िया बेचने वाली महिला के रूप में थी। वह आज एक सफल राशन दुकानदार के रूप में जानी जाती है। यह संभव हो पाया है सरकार की फूलो-झानो आशीर्वाद योजना के कारण। सावित्री व दीपाली दोनों ही पूर्वी बदिया पंचायत की रहने वाली है। सावित्री भी साधारण गृहिणी का जीवन व्यतीत कर रही थी। सावित्री बताती हैं कि जब वह दारू का निर्माण करती थी, तो उनके घर के सदस्य भी दारू पीते थे। घर का माहौल खराब होने के साथ-साथ लड़ाई-झगड़े होना आम बात हो गई थी। जब उन्होंने अपने रोजगार का साधन बदला, तो परिस्थितयां भी अनुकूल हो गई। अब वह अपने परिवार के साथ हंसी-खुशी भरा जीवन व्यतीत कर रही हैं। समाज में सम्मान भी बढ़ा है। दीपाली ने भी बताया कि अब समानपूर्वक जिन्दगी जी रही है।

जाड़े में असहाय को मिला कबंल
जाड़े की जैसे ही शुरुआत हुई, तो निर्धन व असहाय लोग ठंड से बचने के लिए तरह-तरह की कोशिश करते है। ऐसे में कंबल मिलने पर काफी खुश हुए और बोल उठे अब ठंड की काहे कि चिन्ता। शिविर में बुदरू सबर, मालती सबर, शितोला सबर, गुरूवारी सबर, अनिता सबर, बुधनी सबर, नीरो सबर, सुगी सबर, सुकूरमुनी सबर, मंजरी सबर, कल्याणी सबर को कंबल मिलने पर काफी खुश है और ठंड की चिन्ता नहीं हो रही है।

शिविर में कुल 2568 आवेदनों में 1836 का निष्पदान
आज के शिविर में सामाजिक सुरक्षा के तहत 32 लोगों को पेंशन स्वीकृति पत्र वितरण किया गया। मनरेगा के तहत 23 मजदूरों को जॉब कार्ड वितरण किया गया। 198 वृद्धा असहाय लोगों को कम्बल वितरण किया गया। पशुपालन विभाग की ओर से 25 किसानों को पशु के लिए दवा उपलब्ध कराया गया व 112 किसानों ने मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत आवेदन दिया। बाल विकास परियोजना की ओर से सावित्रीबाई फुले किशोरी योजना के तहत 3 आवेदन प्राप्त हुआ। कृषि विभाग की और से केसीसी के लिए 20 आवेदन प्राप्त हुआ। चापाकल मरम्मत के लिए 4 आवेदन प्राप्त हुआ व शौचालय के लिए 12 आवेदन प्राप्त हुआ। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 127 लोगों का स्वास्थ्य जांच किया गया। धान अधिप्राप्ति के लिए 11 आवेदन प्राप्त हुआ। श्रम विभाग के तहत ई-श्रम कार्ड के लिए 35 आवेदन प्राप्त हुआ।

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