राजधानी रांची के ऐतिहासिक तपोवन रामजानकी मंदिर का स्वरूप अब पूरी तरह बदलने जा रहा है। अयोध्या के श्रीराम मंदिर की तर्ज पर इस मंदिर का नवनिर्माण नागर शैली में किया जा रहा है, जिसकी लागत करीब 100 करोड़ रुपये बताई जा रही है। मंदिर का निर्माण कार्य वर्ष 2028-29 तक पूरा कर लिया जाएगा।

इस भव्य मंदिर का नक्शा अयोध्या श्रीराम मंदिर के डिज़ाइनर आशीष सोनपुरा ने तैयार किया है। मंदिर के महंत ओम प्रकाश शरण ने बताया कि यह मंदिर 14,000 वर्गफुट क्षेत्र में बनेगा और इसकी ऊंचाई करीब 62 फीट होगी। मंदिर की विशेषता यह होगी कि इसमें 117 शिलाएं और 13 भव्य शिखर होंगे। हर एक गर्भगृह में 9-9 पवित्र शिलाएं स्थापित की जाएंगी। निर्माण में राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध कुंवारी मकराना मार्बल का उपयोग होगा।

इस प्राचीन तपोवन मंदिर का ऐतिहासिक महत्व भी है। इसका निर्माण ब्रिटिश काल में हुआ था और यह तप व आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। खासकर राम नवमी के अवसर पर हजारों श्रद्धालु यहां राम-जानकी और महाबली हनुमान के दर्शन और पूजा के लिए आते हैं।
शिलान्यास समारोह में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे और अपनी धर्मपत्नी के साथ शिला स्थापित करेंगे।
यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि रांची के सांस्कृतिक और पर्यटन स्थल के रूप में भी अपनी पहचान बनाएगा।