मिरर मीडिया : धनबाद का लाइफ लाइन कहे जाने वाले एकमात्र बैंक मोड़ ओवरब्रिज के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं और अभी भी रोजाना हजारों की संख्या में ये प्रत्येक यात्री और वाहन को ससलामत एक छोर से दूसरी छोर तक पहुंचा रही है। पर हर वस्तु की एक समय सीमा होती है और उसी समय सीमा तक उसकी शक्ति उसका साथ देती है पर समय के बाद उसकी शक्ति क्षीण होने लगती है। ठीक इसी प्रकार ये बैंक मोड़ ब्रिज की भार शक्ति क्षीण होती जा रही है जिसको लेकर संभावित कोई बड़ी दुर्घटना के आशंका को देखते हुए समाजसेवी कुमार मधुरेंद्र ने मरम्मती को लेकर पहल करते हुए सरकार का ध्यान केंद्रित कराया था।
आपको बता दें कि उस वक्त कुमार मधुरेंद्र के सुझाव पर सभी तरह की जांच पड़ताल कराई भी गई जबकि तीन दिन रास्ता बंद कर धनबाद की जनता ने जांच टीम को सहयोग भी किया। हालांकि उस उड़ीसा कि कंपनी ने कहा था कि रिपेयर के बाद 20 से 25 वर्ष फ्लाईओवर जो नया बाजार एवं बैंक मोड़ को जोड़ती है वो चल पाएगी। आमजन लाभ ले पाएंगे।
इसके इतर कुमार मधुरेंद्र ने फ़िर दुर्घटना की संभावित आशंका के मद्देनज़र पथ निर्माण विभाग झारखंड सरकार के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर अविलम्ब मरम्मती को लेकर आग्रह किया है कि अगर आप इस फ्लाई ओवर ब्रिज पर मरम्मत कार्य नहीं करवाएंगे तो कभी वो भी जमीन में आ जाएगी।
इस बाबत कुमार मधुरेंद्र ने निवेदन किया है कि उस फ्लाई ओवर ब्रिज के पचास वर्ष कल यानी शनिवार को पुरे हो रहें हैं अतः जिस तरह आज रांची में आमजन को सुविधा मुहैया कराने हेतु अरबों का मार्ग प्रशस्त किया गया। वहीं धनबाद के क्षतिग्रस्त पूल को देखते हुए अविलम्ब मरम्मती के लिए सूबे के मुख्यमंत्री से वार्ता कर घोषणा कर दें।