मिरर मीडिया : झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहलवानों द्वारा गंगा में अपने मेडल्स बहाए जाने के निर्णय पर पहलवानों को अपने मेडल्स गंगा में न बहाने की विनम्र आग्रह किया है।
हेमंत सोरेन अपने टि्वटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि अपनी कड़ी मेहनत, निष्ठा, संघर्ष और लगन से पहलवानों ने यह मेडल जीते हैं। उनका खून पसीना, उनकी आत्मा इन मॉडल्स में बसती है।
अपनी कड़ी मेहनत, निष्ठा, संघर्ष और लगन से आपने ये मेडल्स जीते हैं। आपका खून-पसीना, आपकी आत्मा बसती है इन मेडल्स में।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) May 30, 2023
आप अकेले नहीं हैं। पूरा देश आपके साथ है। आप सभी से विनम्र आग्रह है इन मेडल्स को गंगा में न बहाए।
पूरे देश को पता चल गया है अहंकार और तानाशाही से यह देश नहीं चल… pic.twitter.com/Sj2BcpqOuB
साथ ही लिखा है कि पहलवान अकेले नहीं है। पूरा देश उनके साथ है। आप सभी से विनम्र आग्रह है कि इन मेडल्स को गंगा में ना बहाएं।
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि पूरे देश को पता चल गया है अहंकार और तानाशाही से देश नहीं चल सकता।
बता दें कि पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर मंतर पर धरना पर बैठे हुए थे। धरना के 36 दिन 28 मई को पहलवान नवनिर्मित संसद भवन की ओर कूच पर निकल पड़े। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को हिरासत में ले लिया। इसी के साथ ही पहलवानों का धरना समाप्त हो गया। लेकिन इससे नाराज पहलवान अपने मेडल्स को गंगा में बहाने का निर्णय लिया।
प्रतिज्ञा लाला की रिपोर्ट…