डिगवाडीह स्थित कार्मल स्कूल में छात्राओं के ड्रेस उतरवाने के मामले में विवाद गहराता जा रहा है। शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद अभिभावकों में भारी आक्रोश है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त माधवी मिश्रा ने तुरंत संज्ञान लेते हुए एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया और स्कूल का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
शनिवार को गठित जांच टीम, जिसमें एसडीएम राजेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी निशु कुमारी और एसडीपीओ सिंदरी शामिल थे, स्कूल पहुंची। टीम ने पूरे मामले की गहराई से जांच की, स्कूल प्रबंधन से बातचीत की और घटना के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले।
जांच टीम का बयान
घंटों तक चली जांच के बाद एसडीएम राजेश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मामले की जांच अभी प्रारंभिक चरण में है। अभी तक मिली जानकारी के आधार पर कोई निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी। दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” वहीं सोमवार को अभिभावकों को बुलाया गया हैं जिसके बाद अभिभावकों के समक्ष ही CCTV की जांच होगी। फिलहाल CCTV से कोई छेड़छाड़ ना करने की हिदायद दी गई हैं।
प्रिंसिपल का पक्ष
वहीं, कार्मल स्कूल की प्रिंसिपल देवा श्री ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा,
“हमने केवल छात्राओं से सही स्कूल ड्रेस पहनने की अपील की थी। किसी भी छात्रा को शर्ट उतरवाने या अपमानित करने जैसा कोई कदम नहीं उठाया गया है। लगाए जा रहे सभी आरोप निराधार और गलत हैं।”
मामले की पृष्ठभूमि
गुरुवार को स्कूल में पेन डे मनाया गया था। इस दौरान कुछ छात्राओं की स्कूल यूनिफॉर्म (शर्ट) पर अन्य छात्रों द्वारा पेन से लिखावट की गई थी। आरोप है कि इस पर नाराज होकर प्रिंसिपल ने सभी छात्राओं को अपनी शर्ट उतारने का आदेश दिया। इस घटना से छात्राओं के साथ-साथ उनके अभिभावकों में आक्रोश फैल गया।
शुक्रवार सुबह छात्राओं के अभिभावकों ने उपायुक्त माधवी मिश्रा से मुलाकात की और प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। अभिभावकों का कहना है कि इस घटना ने छात्राओं की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
अभिभावकों और स्थानीय प्रशासन का रुख
अभिभावकों का कहना है कि ऐसी घटना शिक्षा के माहौल को प्रभावित करती है और छात्रों की मानसिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। कई अभिभावकों ने कहा कि इस मामले में प्रिंसिपल की कार्रवाई पूरी तरह अनुचित थी और यह बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है।
उपायुक्त ने अभिभावकों की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जांच समिति का गठन किया। समिति के निर्देशानुसार, शनिवार को स्कूल का दौरा किया गया और घटना के सभी पहलुओं की जांच की गई।
आगे की कार्रवाई
जांच टीम का कहना है कि घटना की जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने सभी पक्षों से संयम बनाए रखने की अपील की है। इस बीच, स्कूल प्रशासन और अभिभावकों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। मामले को लेकर छात्राओं में भी असमंजस और भय का माहौल है।
समाज में उठ रहे सवाल
इस घटना ने कई बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं:
- क्या स्कूल प्रबंधन ने अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन किया?
- ऐसी घटनाओं से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ेगा?
- दोषियों को दंडित करने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?
मामला अब प्रशासन और समाज दोनों के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है। सभी की नजर जांच टीम की रिपोर्ट और प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकी हुई है।