धनबाद। बीबीएमकेयू अंतर्गत एसएसएलएनटी कॉलेज और आरएसपी कॉलेज के पीजी छात्रों के रिजल्ट में बड़ी लापरवाही सामने आई है। एसएसएलएनटी कॉलेज के 50 और आरएसपी कॉलेज के 20 छात्रों के पीजी सेमेस्टर-III फाइनल रिजल्ट में इंटरनल अंक नहीं जोड़े गए। परीक्षा में शामिल होने के बावजूद छात्रों को ‘अपसेंट’ दिखा दिया गया। इस गंभीर चूक से छात्रों के भविष्य पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
बीबीएमकेयू विधायक प्रतिनिधि चितरंजन कुमार सिंह ने इस मुद्दे को लेकर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक सुमन कुमार बर्णवाल से बात की, मगर परीक्षा नियंत्रक ने न तो गलती मानी और न ही समाधान की कोशिश की। उन्होंने सारा दोष कॉलेज प्रशासन पर डालकर मामले से पल्ला झाड़ लिया।
चितरंजन कुमार सिंह ने तीखा प्रहार करते हुए कहा—
“जब कोई अधिकारी अपनी कुर्सी से इतना मोह रखे कि छात्रों की पीड़ा भी दिखाई न दे, तो समझ लीजिए वह कुर्सी सेवा की नहीं, सत्ता की प्रतीक बन चुकी है। सुमन कुमार बर्णवाल भी उसी सत्ता के नशे में चूर दिख रहे हैं।”
उन्होंने कहा—
“सैकड़ों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे परीक्षा नियंत्रक जिम्मेदारी लेने की बजाय आंखें फेर रहे हैं। इससे बड़ा विवेकहीन प्रशासन और क्या हो सकता है? अगर परीक्षा नियंत्रक जिम्मेदारी नहीं निभा सकते, तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।”
एसएसएलएनटी कॉलेज की प्राचार्या शर्मीला रानी पर भी उठे सवाल
चितरंजन कुमार सिंह ने एसएसएलएनटी कॉलेज की प्राचार्या शर्मीला रानी के रवैये पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा—
“जब एक प्राचार्य छात्रहित की आवाज बनने के बजाय राजनीति का बहाना बनाकर छात्रों की परेशानी को नजरअंदाज कर दे, तो यह शिक्षा की सबसे बड़ी विफलता है। कॉलेज की दीवारें इमारत से नहीं, छात्रों के भरोसे से खड़ी होती हैं।”
उन्होंने चेतावनी दी—
“अगर शर्मीला रानी को छात्रों की तकलीफ ‘राजनीति’ लगती है, तो उन्हें भी अपने पद से हट जाना चाहिए। शिक्षा को नौकरी नहीं, सेवा समझने वालों की जरूरत है।”
कुलपति से की शिकायत, राज्यपाल तक जाएगा मामला
चितरंजन कुमार सिंह ने इस पूरे प्रकरण की जानकारी बीबीएमकेयू के कुलपति डॉ. राम कुमार सिंह को भी दी है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो मामला राज्यपाल तक पहुंचाया जाएगा।
छात्रों और अभिभावकों में इस लापरवाही को लेकर भारी नाराजगी है। वे जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।