मिरर मीडिया : दिव्यांग बच्चों के पुनर्वास को लेकर मंगलवार को धनबाद टाउन हॉल में झारखण्ड शिक्षा परियोजना के धनबाद समावेशी शिक्षा प्रभाग के तत्वावधान में शैक्षणिक प्रशासकों सहित सभी प्रखंड के बी ई ई ओ, आंगनवाड़ी सेविका, शिक्षक बी आर पी, सी आर पी का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का बृहत आयोजन किया गया।
इस बाबत सभी ने एक स्वर में दिव्यांग बच्चों के पुनर्वास में मदद करने की बात कही। वहीं मुख्य अतिथि जिला शिक्षा पदाधिकारी भूतनाथ रजवार ने कहा कि दिव्यांग बच्चों का पुनर्वास हेतु तीन वर्षों से पहले उनकी पहचान जरूरी है। उन्होंने कहा दिव्यांग बच्चों की सेवा ईश्वर आराधना के समान है। दिव्यांग बच्चों का शिक्षण प्रशिक्षण के बाद पुनर्वासित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ना सबसे बड़ा पूण्य का कार्य है। समावेशी शिक्षा के जिला प्रभारी डॉ मीतू सिन्हा ने कहा कि समावेशी माहौल के लिए विचार एवं व्यवहार में परिवर्तन की आवश्यकता है।
मौके पर डॉ मनोज सिंह, रूपा चक्रवर्ती, पूनम सिन्हा, डॉ अरबिंद सिंह, अखलाक अहमद, अवनीश त्रिपाठी, डॉ मुस्तफा अंसारी, ज्योति कुमारी, रौशन कुमारी, स्वेता कुमारी, वीणा कुमारी, रीना कुमारी,अक्षय कुमार,सेफली कुमारी, डॉ गयास सरवर, मो फरीद उपस्थित रहें।