जम्मू -कश्मीर के श्रीनगर जिले के हरवान क्षेत्र में सुरक्षाबलों द्वारा चलाए गए एक विशेष आतंकवाद विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन महादेव’ के तहत सोमवार को तीन आतंकवादियों को मार गिराने में बड़ी सफलता हासिल हुई। इस मुठभेड़ को बीते अप्रैल में पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले से जोड़कर देखा जा रहा है।
🔴 कहां और कैसे शुरू हुआ ऑपरेशन?
हरवान के लिडवास और मुलनार वन क्षेत्र में सोमवार सुबह खुफिया इनपुट मिलने के बाद सुरक्षाबलों – सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस – ने एक संयुक्त सर्च और कॉर्डन ऑपरेशन (CASO) शुरू किया।
जैसे ही सुरक्षाबल संदिग्ध क्षेत्र की ओर बढ़े, वहां छिपे आतंकियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ शुरू हो गई, जो घंटों चली।
🔫 ऑपरेशन की सफलता: तीन आतंकी ढेर
भारतीय सेना की चिनार कोर के मुताबिक, ऑपरेशन के दौरान तीन आतंकवादियों को ढेर किया गया। मारे गए आतंकियों के शव ड्रोन कैमरे की मदद से देखे गए, हालांकि इलाके की संवेदनशीलता को देखते हुए उनके पास अभी कोई शव बरामद नहीं किया गया है।
सूत्रों के अनुसार, दो अन्य आतंकवादी घायल हैं, और क्षेत्र में अभी भी सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। आतंकियों की संभावित संख्या पांच से अधिक बताई जा रही है।
🌍 विदेशी आतंकी होने की आशंका
सूत्रों का कहना है कि मारे गए तीनों आतंकवादी विदेशी हो सकते हैं, जो हाल ही में सीमा पार कर घाटी में दाखिल हुए थे। सुरक्षाबलों द्वारा उनकी पहचान सुनिश्चित करने की प्रक्रिया चल रही है।
🕯️ पहलगाम हमले से हो सकता है संबंध
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निहत्थे नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। उस हमले के बाद तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए गए थे।
अब मारे गए आतंकवादियों की हुलिए और गतिविधियों को पहलगाम हमले से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
🔥 ऑपरेशन सिंदूर: भारत का जवाब
पहलगाम हमले के बाद भारत ने 7 मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक तबाह किया था।
इसके जवाब में पाकिस्तान की ओर से भी हमले की कोशिश की गई, लेकिन भारतीय सेना ने उसे विफल कर दिया। दोनों देशों के बीच 10 मई को युद्धविराम हुआ।