मिरर मीडिया संवाददाता, हजारीबाग: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए अमानवीय हमले का भारत ने 15 दिन के भीतर करारा जवाब दे दिया है। इस हमले में करीब 38 भारतीय पर्यटकों को आतंकियों ने रोककर उनके धर्म की पहचान की और फिर गोलियों से भून दिया। इस बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
सरकार की ओर से जवाब आया है “ऑपरेशन सिंदूर” के रूप में। बुधवार सुबह भारतीय वायुसेना ने सीमापार कई आतंकी ठिकानों पर जोरदार एयरस्ट्राइक की। इस कार्रवाई में आतंक को पालने वाले दो बड़े अड्डे – मसूर आज़ाद और उसके नेटवर्क को पूरी तरह तबाह कर दिया गया। इसके अलावा कई कट्टरपंथी मदरसे और प्रशिक्षण शिविर भी नष्ट किए गए हैं।
जैसे ही एयरस्ट्राइक की खबर सामने आई, पूरे देश में गर्व और आक्रोश का मिला-जुला माहौल देखने को मिला। झारखंड के हजारीबाग में लोगों ने सड़कों पर उतरकर इस जवाबी कार्रवाई का स्वागत किया। लोगों ने कहा –”बहुत बढ़िया किया सरकार ने… लेकिन अभी बहुत कुछ बाकी है। दिल मांगे मोर!”
विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऑपरेशन न सिर्फ एक सैन्य कदम है, बल्कि यह आतंक के खिलाफ भारत की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का स्पष्ट संकेत भी है।
भारत ने फिर दिखा दिया है — अब आतंक के खिलाफ कोई नरमी नहीं, जवाब होगा सीधा और साफ।