हजारीबाग में धार्मिक झंडे को लेकर दो समुदायों में हिंसक झड़प, विधानसभा में विपक्ष ने सरकार को घेरा

KK Sagar
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घटना के बाद इलाके में तनाव, कई लोग घायल, वाहनों में आगजनी

झारखंड के हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड में बुधवार को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई। यह झड़प डुमरौन स्थित एक सरकारी विद्यालय के गेट पर धार्मिक झंडा लगाने को लेकर हुई। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव हुआ, जिसमें कई लोग घायल हो गए। उपद्रवियों ने मौके पर तीन मोटरसाइकिलों में आग भी लगा दी।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। इलाके में तनाव को देखते हुए सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।

विधानसभा में गूंजा मामला, सत्ता और विपक्ष आमने-सामने

हजारीबाग की इस घटना को लेकर विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।

हजारीबाग विधायक ने सरकार पर उठाए सवाल

हजारीबाग के विधायक ने कहा, “इस सरकार से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती। एक समुदाय के लोग शांतिपूर्वक धार्मिक झंडा लगाने पहुंचे थे, लेकिन दूसरे समुदाय ने पथराव कर दिया। अब प्रशासन एक पक्ष को टारगेट कर पूछताछ कर रहा है, जो पूरी तरह गलत है।”

भाजपा विधायक का आरोप

भाजपा विधायक ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा,
“झारखंड में लगातार एक विशेष समुदाय को बचाने की कोशिश की जा रही है। जब गेट के पास धार्मिक झंडा लगाया जा रहा था, तब पथराव किया गया। पुलिस प्रशासन को निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई करनी चाहिए, न कि किसी एक पक्ष को टारगेट करना चाहिए।”

सत्ता पक्ष ने दिया जवाब, निष्पक्ष जांच का दावा

सरकार की ओर से मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार निष्पक्ष जांच करेगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

मंत्री इरफान अंसारी ने दी सफाई

मंत्री इरफान अंसारी ने कहा, “झारखंड में हर धर्म और समुदाय का सम्मान किया जाता है। यहां अल्पसंख्यक होना कोई गुनाह नहीं है। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

इलाके में तनाव, सुरक्षा बल तैनात

झड़प के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन की ओर से लगातार शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।

निष्पक्ष जांच की मांग, क्या कहता है प्रशासन?

प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोषियों की पहचान की जाएगी। हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक ने कहा, “स्थिति अब नियंत्रण में है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।”

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