डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : पिछले कुछ दिनों से जारी भारी बारिश ने शहर को जलजमाव की गंभीर समस्या से जूझने के लिए मजबूर कर दिया है। पश्चिमी जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि मुहल्लों में जमा पानी को निकालने और व्यापक पैमाने पर ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव व मच्छर रोधी दवा के फॉगिंग की तत्काल जरूरत है। उन्होंने मानगो नगर निगम और जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति से अविलंब सक्रिय होने की अपील की है।
भारी बारिश का कहर: पिछले 24 घंटों में जामशेदपुर में 247.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो झारखंड में सबसे अधिक है। इससे स्वर्णरेखा और खरकाई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
रेल सेवाओं पर असर: टाटानगर रेलवे यार्ड में जलजमाव के कारण हटिया-ततानगर एक्सप्रेस समेत कई ट्रेन सेवाएं रद्द या पुनर्निर्धारित की गई हैं।
शैक्षिक गतिविधियां ठप: भारी बारिश के मद्देनजर 20 जून को पूर्वी सिंहभूम जिले के सभी स्कूलों में कक्षा 8 तक की पढ़ाई स्थगित कर दी गई थी।
विधायक सरयू राय के एक्स पोस्ट पर जल निकासी व्यवस्था की खामियों पर सवाल उठाए हैं। गोलू भगत ने पूछा, ‘तो क्या जल निकासी की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए?’ वहीं विकास ने राय की सक्रियता की तारीफ की और उनके प्रयासों को जिंदाबाद कहा। लंबे समय तक जलजमाव मच्छरों के प्रजनन को बढ़ावा दे सकता है, जिससे मलेरिया और डेंगू का खतरा मंडरा रहा है। जमशेदपुर में मच्छर नियंत्रण सेवाएं साल में 3-4 बार उपचार प्रदान करती हैं। मौजूदा संकट में तत्काल हस्तक्षेप जरूरी है।
नगर निगम और अधिसूचित क्षेत्र समिति को प्रभावी जल निकासी प्रणाली सुनिश्चित करनी होगी। स्वास्थ्य विभाग को ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और फॉगिंग शुरू करना चाहिए। स्वर्णरेखा और खरकई नदियों के जलस्तर पर सतत निगरानी के साथ बाढ़ नियंत्रण उपाय लागू करने होंगे। विधायक सरयू राय की अपील के बाद अब यह देखना होगा कि प्रशासन कितनी तेजी से कदम उठाता है। स्थानीय निवासियों से अपील की जाती है कि वे सावधानी बरतें और स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन से संपर्क करें।