मिरर मीडिया : कोरोना का कहर चीन में एक बार फिर से हाहाकार मचाना शुरू कर दिया है। आलम ये है कि अस्पताल भरे पड़े हैं दवा के लिए हाहाकार मच गया है और करोड़ों लोगों की जान आफत में है। जीरो कोविड पॉलिसी हटने के बाद चीन में कोरोना ने ऐसी तबाही मचाई है कि इसका खौफनामक मंजर अभी से ही दिखने लगा है। अनुमान जताया गया है इस बार चीन में कोरोना से 20 लाख से अधिक लोगों की मौत होगी, जबकि 23 करोड़ से अधिक आबादी इससे संक्रमित हो सकती है। हालांकि मिरर मीडिया इस आंकड़े की पुष्टि नहीं करता है। वहीं चीन ने आधिकारिक तौर पर सोमवार तक कोरोना से केवल 5,237 मौतों की पुष्टि की है।
सूत्रों की माने तो चीन में कोरोना संक्रमण इतनी तेजी से फैल रहा है कि मेडिकल स्टोर्स में दवा मिलना भी मुश्किल हो गया है। इतना ही नहीं, अस्पतालों में इलाज के लिए भीड़ उमड़ रही है और लोगों को अपनी बारी के लिए लंबी लाइनों में इंतजार करना पड़ रहा है। चीन में कोरोना के विस्फोट की वजह से सर्दी और फ्लू की दवाएं नहीं मिल पा रही हैं। चीनी की आबादी के आधार पर अनुमान लगाया गया है और इसमें कहा गया है कि दिसंबर 2022 से जनवरी 2023 तक कोरोना नियमों में ढील से मामले बढ़ेंगे और इससे प्रति मिलियन 684 मौतें होंगी। बता दें कि चीन की आबादी 1.41 बिलियन है। चीन में जिस कदर कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है, ऐसे में लॉकडाउन ही एकमात्र विकल्प बचता है।
बीजिंग समेत चीन के करीब 10 मुख्य शहरों में कोरोना वायरस ने फिर से ऐसा खौफ पैदा कर दिया है कि अब चीन की सड़कों पर सन्नाटा पसर गया है। लोग घर से निकलने से डरने लगे हैं।
चीन में कोराना वायरस के ओमीक्रॉन स्वरूप के नए उप-स्वरूपों से संबंधित संक्रमण के मामलों में काफी वृद्धि देखी गई है। चीन वर्तमान में मुख्यत: अत्यधिक संक्रामक ओमीक्रॉन स्वरूप के दो उपस्वरूपों-बीए.5.2 और बीएफ.7 से प्रभावित है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में कोविड के मामलों में तेजी के पीछे ‘जीरो कोविड पॉलिसी’ में दी गई ढील को मुख्य कारण बताया जा रहा है। एक्सपर्ट ने अनुमान लगाया है कि बीजिंग की 70 फीसदी आबादी इस कोरोना वायरस से प्रभावित होगी। जबकि अनुमान है कि चीन की 60 फीसदी से अधिक आबादी कोरोना की चपेट में आ सकती है। इतना ही नहीं, अनुमान यह भी है कि चीन में करीब 964,400 लोग खतरनाक कोरोना वायरस से मर सकते हैं।