डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: हजारीबाग जिला परिवहन कार्यालय में पुराने ड्राइविंग लाइसेंस को ऑनलाइन अपडेट करने के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है। 1990 से 2000 के बीच मैन्युअल रूप से जारी किए गए 600 से अधिक लाइसेंसों के मालिक बदल दिए गए हैं और उन्हें किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर जारी कर दिया गया है। यह मामला मुख्य रूप से हेवी व्हीकल लाइसेंस से जुड़ा हुआ है, जिनका उपयोग ट्रक और बस जैसे भारी वाहनों के संचालन के लिए किया जाता है।
शिकायतों के बाद हुआ खुलासा
इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब परिवहन कार्यालय में 250 से अधिक आवेदनों की जांच की गई। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि जब उन्होंने अपने लाइसेंस की ऑनलाइन जांच की तो उनके नाम से जारी लाइसेंस किसी अन्य व्यक्ति के नाम और फोटो के साथ दिखा। इससे यह स्पष्ट हुआ कि भारी पैमाने पर लाइसेंस ट्रांसफर और फर्जीवाड़ा किया गया है।
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कोविड काल से 2024 तक चला खेल
जानकारी के अनुसार, यह गड़बड़ी कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू हुई और 2024 तक जारी रही। पुराने लाइसेंसों का उपयोग हेवी व्हीकल लाइसेंस बनाने के लिए किया गया, जिससे दलालों और परिवहन विभाग के कर्मियों ने 20-30 हजार रुपये प्रति लाइसेंस की अवैध कमाई की।
नियमों को ताक पर रखकर जारी किए गए लाइसेंस
परिवहन नियमों के अनुसार, हेवी व्हीकल लाइसेंस प्राप्त करने के लिए पहले एक वर्ष तक किसी अन्य श्रेणी का वैध लाइसेंस होना अनिवार्य है। लेकिन इस मामले में दलालों और परिवहन अधिकारियों की मिलीभगत से मालिक का नाम बदलकर सैकड़ों लाइसेंस अवैध रूप से जारी कर दिए गए।
1,500 से अधिक लाइसेंसों में हेरफेर का शक
सूत्रों के अनुसार, हजारीबाग परिवहन कार्यालय में यह खेल लंबे समय से चल रहा है और अब तक 1,500 से अधिक लाइसेंस इसी तरीके से फर्जी तरीके से बनाए जा चुके हैं। अगर इस मामले की गहन जांच होती है तो कई परिवहन कर्मी और अधिकारी जेल के पीछे पहुंच सकते हैं।
शिकायतों की संख्या 200 के पार, जांच शुरू
फर्जीवाड़े से परेशान लोगों ने बड़ी संख्या में परिवहन विभाग को शिकायती पत्र भेजे हैं, जिनकी संख्या अब 200 से अधिक हो चुकी है। विभाग ने इस मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
परिवहन पदाधिकारी बैजनाथ कामती का बयान
जो भी इस फर्जीवाड़े में शामिल हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। पुराने लाइसेंस होल्डरों की शिकायतों को गंभीरता से लिया जा रहा है, और जांच जारी है।