डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: दिल्ली में एमपॉक्स के संदिग्ध मामले के सामने आने के बाद देशभर में हड़कंप मच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने जारी किया है। इसके तहत हवाई अड्डों पर सतर्कता बढ़ाई जाएगी और संदिग्ध मरीजों की तत्काल जांच की जाएगी।
संदिग्ध मरीजों की जांच और आइसोलेशन पर जोर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने निर्देशित किया है कि सभी राज्यों को संदिग्ध एमपॉक्स मरीजों की तुरंत जांच करनी चाहिए। संक्रमण की पुष्टि होने पर मरीजों को आइसोलेट करने और संक्रमण के जोखिम को कम करने के लिए संपर्कों की पहचान करने की सलाह दी गई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि एनआईवी पुणे की जांच में कोई पुष्ट मामला सामने नहीं आया है। हवाई अड्डों पर संदिग्ध मरीजों के मिलने पर तुरंत स्वास्थ्य जांच कराने का आदेश भी दिया गया है।
जागरूकता बढ़ाने की अपील
राज्य एड्स नियंत्रण समितियों से एमपॉक्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने की अपील की गई है। संदिग्ध और पुष्ट मामलों के सामने आने पर आइसोलेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने और कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग करने का निर्देश भी दिया गया है।
महत्वपूर्ण तथ्य
एडवाइजरी में बताया गया है कि अधिकांश मामलों में प्रभावित व्यक्ति 18 से 44 वर्ष के पुरुष हैं। वायरस मुख्यतः यौन संपर्क के माध्यम से फैलता है और इसके लक्षणों में दाने और बुखार शामिल हैं। लगभग आधे मामलों में मरीज एचआईवी से भी संक्रमित पाए गए हैं।
WHO ने सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल किया है घोषित
वहीं ,दिल्ली में मिले पहले संदिग्ध मरीज को अस्पताल में भर्ती किया गया है और उसकी हालत स्थिर है। उसके नमूनों की जांच की जा रही है। एमपॉक्स ने हाल के वर्षों में अफ्रीका में गंभीर स्थिति उत्पन्न की थी। 2022 में, इस वायरस को वैश्विक चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था। अब तक, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एमपॉक्स के कुल 102,997 मामले सामने आ चुके हैं और 223 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से आधे से अधिक मामले अफ्रीकी देशों के हैं।
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