जमशेदपुर। पारसी समुदाय ने सोमवार की शाम कोविड के कारण ढाई साल बाद ‘नवरोज (नववर्ष) का जश्न मनाया। इसे जमशेद नवरोज भी कहा जाता है। जो बसंत ऋतु के शुरू होने की खुशी में मनाया जाता है। नवरोज के दौरान समुदाय के लोग फल और जल अर्पित कर आग की पूजा की। सूरत से पहुंचे पुजारी: नवरोज के अवसर पर पूजा के लिए सूरत से दो पुजारी शाहवीर और नवरोज पंतकी पहुंचे। जिन्होंने शाम में प्रार्थना सभा संपन्न करवाई। पारसी फायर टेम्पल में शाम प्रार्थना करने के बाद एक दूसरे को नवरोज मुबारक कहा। जिसके बाद जमशेदपुर पारसी एसोसिएशन में पारसी समुदाय द्वारा जश्न मनाया गया। इस दौरान पारसी समुदाय के लोगों ने बिंगो खेल का आनंद लिया। जिसके बाद पारसी समुदाय के लोगों ने अपने पारंपरिक व्यंजनों का लुफ्त उठाया। इस पारसी समुदाय द्वारा खेल तथा शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर करने वाले को सम्मानित किया गया। इस दौरान सूरत से पहुंचे पुजारी भी सम्मानित हुए। वहीं पारसी समुदाय द्वारा अगस्त में भी कैलेंडर के अनुसार नववर्ष मनाया जाता है। इस नववर्ष पारसी समुदाय के मृत लोगों के लिए पूजा की जाती है जो 10 दिनों तक चलता है। नवरोज के अवसर पर पारसी समुदाय द्वारा खेल के क्षेत्र में तथा शिक्षा में बेहतर करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। वहीं विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप भी प्रदान किया गया। खेल के लिए :: विवान जवान पुरिया को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। शिक्षा के लिए इन्हें किया गया सम्मानित: आशा बैध, विवान जवान पुरिया, जेहान हिरा मानिक, शेरविन मालएगम वाल, शिरीन रावत, रोक्सकन्ने, राशना तथा शनोवा रावत कार्यक्रम में वाइस प्रेसिडेंट बेली बोधनवाला, चेयरमैन पीपी कपाड़िया, वाइस चेयरमैन परवेज बत्ती वाला, सेक्रेटरी महारुख मेहता, असिस्टेंट सेक्रेटरी एम गोटीवाला मौजूद थे। वही मेंबर में केटी मालेगम वाला, शावक पटेल, केटी नारियल वाला, एसपी मदन, नवरोज, बील्ली मोरिया, डॉक्टर बीआर मास्टर कमल तथा अन्य उपस्थित थे।

