बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने आज पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर पुनर्परीक्षा का आयोजन किया। यह परीक्षा उन 12,000 अभ्यर्थियों के लिए आयोजित की गई है, जिनके केंद्रों पर पहले गड़बड़ी हुई थी। परीक्षा के दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, और परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 163 लागू की गई है।
गड़बड़ी के कारण पुनर्परीक्षा
पिछली परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों के बाद BPSC ने इन 12,000 अभ्यर्थियों के लिए दोबारा परीक्षा का निर्णय लिया। इस बार 22 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 15 पटना सदर उपखंड में हैं।
सुरक्षा व्यवस्था और प्रतिबंध
परीक्षा केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में धारा 163 के तहत 5 से अधिक लोगों के सार्वजनिक जमावड़े, प्रदर्शन और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह प्रतिबंध सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक प्रभावी रहेगा। परीक्षार्थियों को मोबाइल फोन और अन्य स्मार्ट डिवाइस ले जाने की अनुमति नहीं है।
छात्रों का विरोध प्रदर्शन
BPSC परीक्षा में गड़बड़ी और पुनर्परीक्षा की मांग को लेकर छात्र संगठनों का विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। शुक्रवार को हजारों छात्रों ने पटना में रेल और सड़क यातायात बाधित किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री आवास तक मार्च करने का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी घायल हुए।
छात्र संगठनों का कहना है कि गड़बड़ी के कारण पूरी परीक्षा रद्द कर सभी अभ्यर्थियों के लिए पुनर्परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। इस बीच प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
गौरतलब हैं कि BPSC परीक्षा का दोबारा आयोजन जहां गड़बड़ी से प्रभावित छात्रों के लिए राहत लेकर आया है, वहीं विरोध प्रदर्शनों के चलते परीक्षा प्रक्रिया पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। परीक्षा का निष्पक्ष और शांतिपूर्ण आयोजन प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।