मिरर मीडिया : धनबाद के धैया सड़क में होने वाले जलजमाव को लेकर पिछले कई दिनों से हंगामा का दौर चलता रहा। स्थानीय ने कई बार प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी भी व्यक्त की। जबकि DDC की अध्यक्षता में भी इसको लेकर बैठक की गई और स्थायी समाधान पर चर्चा की गई।
वहीं स्थानीय के प्रदर्शन के बाद नगर निगम ने वहां जमे हुए जल को मोटर पंप के द्वारा हटाया लेकिन स्थायी समाधान नहीं निकल सका। इधर पथ निर्माण विभाग भी आँखें मुंदे हुए है। हालांकि इससे सटे हुए IIT ISM ने जलजमाव के कारण से ख़ुद को अलग कर लिया था।
बता दें कि कई फीट चौड़ी सड़क पर जलजमाव से आवागमन बाधित हो जाती है हालांकि बारिश के मौसम में यहाँ सड़क तालाब का रूप लें लें ली थी। फिलहाल मौसम साफ है और जल का जमाव नहीं है इसी को देखते हुए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी वरुण रंजन ने बीते दिन आईआईटी-आईएसएम में निदेशक जे. के. पटनायक के साथ बैठक की।
बैठक में जल जमाव से स्थायी समाधान को लेकर जिला प्रशासन और आईएसएम की टीम के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान स्थायी समाधान हेतु अंडरग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम निर्माण को लेकर विशेष चर्चा की गई । साथ ही सम्प निर्माण और अन्य पहलुओं पर बारीकी से चर्चा की गई।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि एक-दो दिनों में एक जिला स्तरीय टीम का गठन किया जाएगा, जिसमे जिला प्रशासन के साथ आईएसएम की टेक्निकल टीम भी रहेगी। जो कि सभी पहलुओं पर बारीकी से समन्वय के साथ अध्ययन करेगी और इस माह के अंत तक स्थायी समाधान के निष्कर्ष पर रिपोर्ट सौंपेगी। स्थायी समाधान के निष्कर्ष के बाद वहां जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ कर जल जमाव की परेशानी से निजात मिलेगी।
बहरहाल कई बैठकों के बाद अब यह देखना होगा कि IIT ISM के साथ उपायुक्त की इस बैठक का क्या निष्कर्ष निकल पाता है। स्थानीय के साथ आने जाने वालों को इसका कबतक स्थायी समाधान मिल पाता है।
बैठक में उपायुक्त वरुण रंजन, उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह, आईएसएम निदेशक जे. के. पटनायक के साथ पथ प्रमंडल, पीएचईडी के प्रतिनिधि के साथ आईएसएम की टीम मौजूद रही।