डिजिटल डेस्क। कोलकाता: व्यवसाय में भारी घाटे और कर्ज के बोझ से परेशान पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के एक दंपती ने अपनी किडनी बेचने की अनुमति के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है। हलालपुर गांव में रहने वाले इस दंपती का कहना है कि लेनदारों के दबाव ने उनकी जिंदगी दूभर कर दी है, यहां तक कि आत्महत्या तक के विचार आने लगे थे।
स्थानीय प्रशासन ने इस अमानवीय कदम को रोकने के लिए दंपती को समझाने की कोशिश की है। राणाघाट ब्लाक नंबर 2 के बीडीओ शुभोजित जाना ने बताया कि किडनी बेचना अपराध है और सरकार से मदद के रास्ते खुले हैं। उन्होंने दंपती को सरकारी योजनाओं और स्वयं सहायता समूहों के जरिए आर्थिक मदद देने का भरोसा दिलाया है। दंपती, जो चांदी के गहने बनाकर गुजारा करते थे, का कहना है कि अब उनके लिए दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया है। प्रशासन इस मामले पर करीबी नजर बनाए हुए है।