भारत के 17वें उपराष्ट्रपति के लिए मतदान शुरू हो चुका है। इस उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पीएम मोदी ने संसद भवन पहुंचकर सबसे पहले वोट डाला। चुनाव आयोग की तरफ से जारी कार्यक्रम के मुताबिक, वोटिंग सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे के बीच होगा। इसके बाद मतगणना होगी। इस चुनाव में एनडीए के सीपी राधाकृष्णन और इंडिया गठबंधन के कैंडिडेंट बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच मुकाबला है।

तीन पार्टियां वोटिंग में हिस्सा नहीं लेंगी
इस चुनाव में तीन पार्टियां वोटिंग में हिस्सा नहीं ले रही हैं। ओडिशा से नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी, पंजाब की शिरोमणि अकाली दल और तेलंगाना से चंद्रशेखर राव की पार्टी बीआरएस ने उपराष्ट्रपति चुनाव से दूर रहने का ऐलान किया है। एक और अहम बात, एआईएमआईएम और आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार का समर्थन किया है, जबकि वाईएसआरसीपी ने NDA के उम्मीदवार पर भरोसा जताया है।
एनडीए प्रत्याशी की जीत तय
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 781 सदस्यीय निर्वाचक मंडल में करीब 436 वोट मिलने की उम्मीद है, जो जरूरी बहुमत 391 से कहीं ज्यादा है। राधाकृष्णन निर्णायक जीत की ओर अग्रसर हैं। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (11 सांसद) जैसी नॉन-INDIA ब्लॉक पार्टियों का समर्थन एनडीए की स्थिति को और मजबूत करता है, जबकि बीजू जनता दल (7 सांसद) और भारत राष्ट्र समिति (4 सांसद) ने पुष्टि की है कि वे मतदान से दूर रहेंगे।
आंकड़ों में कौन आगे?
एनडीए के पास दोनों सदनों में कुल 425 सासंद मौजूद हैं। इसके साथ ही वाईएसएआर ने भी एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को समर्थन दिया है। अब एनडीए के पास 436 सांसदों के वोट होंगे। आंकड़ों में देखा जाए तो एनडीए उम्मीदवार की जीत तय है। वहीं विपक्ष के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी की बात करें तो 324 वोट ही हैं। मतलब जीत के लिए 112 वोटों का अतंर है। इसके अलावा सात सांसद निदर्लीय हैं, जिन्होंने अभी तक किसी का समर्थन नहीं किया है। वहीं जेडपीएम, अकाली दल और आम आदमी पार्टी की स्वाति मालिवाल का स्टैंड भी क्लियर नहीं है। बहराल यदि विपक्षी उम्मीदवार के पक्ष में कुछ क्रॉस वोटिंग भी होती है, तब भी जीत काफी दूर नजर आ रही है।
बता दें कि जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। इसके बाद से ही उपराष्ट्रपति पद खाली है। चुनाव आयोग की तरफ से सात अगस्त को उपराष्ट्रपति चुनाव कराने की अधिसूचना जारी कर दी गई थी।