एयर इंडिया की लंदन जाने वाली उड़ान AI-171 के भीषण हादसे में जहां 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई, वहीं इस भयावह दुर्घटना में एकमात्र व्यक्ति जीवित बचा — 40 वर्षीय विश्वस कुमार रमेश। वह ब्रिटेन के निवासी हैं और भारतीय मूल के हैं।
विमान ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के महज 33 सेकंड बाद ही तकनीकी खराबी के कारण क्रैश कर लिया। हादसे के वक्त रमेश विमान की 11A सीट पर बैठे थे, जो इमरजेंसी एग्जिट के पास थी। विमान टूटने के दौरान वह हिस्सा अलग होकर थोड़ा दूर जा गिरा, जिससे रमेश बाहर निकल पाए और उनकी जान बच गई। उनके बाएं हाथ में हल्की जलन और चोटें आईं, लेकिन वह खतरे से बाहर हैं और फिलहाल अहमदाबाद सिविल अस्पताल में इलाजरत हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अहमदाबाद पहुंचे और अस्पताल में जाकर विश्वस कुमार रमेश से मुलाकात की। उन्होंने हादसे के बारे में जानने की कोशिश की और रमेश की स्थिति का हालचाल लिया। रमेश ने कहा – “मैं ठीक हूं। यह कैसे हुआ, मैं खुद नहीं समझ पा रहा हूं। यह चमत्कार है कि मैं ज़िंदा हूं।”
पीएम ने उन्हें हिम्मत बंधाई और हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।
घटना की जांच एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB), DGCA और NTSB समेत कई एजेंसियों द्वारा की जा रही है। ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और तकनीकी कारणों की पुष्टि के लिए जांच तेज़ हो गई है।
यह हादसा न केवल भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय विमानन जगत के लिए भी एक चेतावनी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस दुर्घटना के बाद भारत में Boeing 787-8 विमानों की सुरक्षा को लेकर गंभीर समीक्षा हो सकती है।