विधानसभा चुनाव से पहले आज बिहार की महिलाओं के लिए खास दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ करेंगे। इस योजना के तहत 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में सीधे 10,000 रुपए की पहली किस्त भेजी जाएगी। कुल 7,500 करोड़ रुपए की यह राशि न सिर्फ आर्थिक मदद है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और रोजगार की राह पर आगे बढ़ाने की एक बड़ी पहल है।

कार्यक्रम का आयोजन सुबह 11 बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये किया गया है। इस दौरान प्रधानमंत्री इन महिला लाभार्थियों को संबोधित करेंगें। योजना के तहत 10,000 रुपये का शुरुआती अनुदान दिया जाएगा। प्रत्येक लाभार्थी महिला के खाते में पहली किस्त के रूप में 10,000 रुपए सीधे ट्रांसफर किए जाएंगे। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे पैसों का सही और त्वरित वितरण सुनिश्चित होगा।
अधिकतम 2 लाख रुपए तक की सहायता मिलेगी
शुरुआती अनुदान के रूप में 10,000 रुपए दिए जाएंगे, जबकि भविष्य में छह महीने की समीक्षा के बाद लाभार्थियों को अतिरिक्त आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा सकती है। इसके तहत हर महिला को अधिकतम 2 लाख रुपए तक की सहायता मिलने की संभावना है, जिससे उनकी स्वरोजगार परियोजनाओं और छोटे व्यवसायों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस तरह, एक महिला कुल मिलाकर 2,10,000 रुपए तक की आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकती है।
राज्य के प्रत्येक परिवार की एक महिला को मिलेगा लाभ
यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार व आजीविका के अवसरों के माध्यम से उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तैयार की गई है। योजना सार्वभौमिक है, यानी राज्य के प्रत्येक परिवार की एक महिला इसका लाभ ले सकेगी, जिससे वे अपनी पसंद के व्यवसाय या आजीविका गतिविधियां शुरू कर सकेंगी।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है उद्देश्य
योजना समुदाय-आधारित होगी, जिसमें वित्तीय सहायता के साथ-साथ स्वयं सहायता समूहों से जुड़े सामुदायिक संसाधनों के जरिये संबंधित महिलाओं को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। उत्पाद बिक्री को बढ़ावा देने के लिए राज्य में ग्रामीण हाट-बाजारों का विकास भी किया जाएगा। महिला रोजगार योजना का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्वरोजगार व आजीविका के अवसरों के माध्यम से उनके सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।