धनबाद: वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार बीएनएस और बीएनएसएस के प्रावधानों के तहत विभिन्न धाराओं में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य संकलन के लिए ई-साक्ष्य ऐप के उपयोग एवं संचालन को लेकर पुलिस पदाधिकारियों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण समाहरणालय परिसर स्थित पुलिस मुख्यालय में संपन्न हुआ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का नेतृत्व डीएसपी मुख्यालय-2 धीरेन्द्र नारायण बंका ने किया। इस दौरान सभी पुलिस पदाधिकारियों एवं अनुसंधानकर्ताओं को ई-साक्ष्य ऐप के उपयोग से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। ऐप के माध्यम से अपराध स्थल पर घटनाओं की तस्वीरें, वीडियो और गवाहों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया को समझाया गया, जिससे अनुसंधानकर्ताओं को डिजिटल साक्ष्य संकलन में सुविधा मिलेगी।
नए कानून के तहत डिजिटल साक्ष्य अनिवार्य
2024 में लागू भारतीय नागरिक संहिता के अनुरूप अब आपराधिक मामलों में डिजिटल साक्ष्य संकलन अनिवार्य कर दिया गया है। इसमें वीडियोग्राफी के माध्यम से घटनास्थल की स्थिति, बरामदगी और अन्य साक्ष्यों का रिकॉर्ड रखना जरूरी हो गया है।
प्रशिक्षण सत्र में रांची से पहुंचे तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने भी भाग लिया और पुलिस अधिकारियों को ऐप के विभिन्न प्रावधानों, सावधानियों और नए कानूनों की जानकारी दी। इससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि अनुसंधान के दौरान फील्ड में ऐप के उपयोग में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
ई-साक्ष्य ऐप का यह प्रशिक्षण अपराधों की जांच प्रक्रिया को पारदर्शी और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।