केरेडारी के बेलतू गांव में चल रहे झंडा विवाद को लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इसी क्रम में हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल और बड़कागांव के विधायक रोशन लाल चौधरी को सीकरी थाना पुलिस द्वारा बेलतू जाने से पहले ही रोक लिया गया और नजरबंद कर दिया गया। प्रशासन की ओर से धारा 144 लागू होने का हवाला देते हुए कहा गया कि वे मौके पर नहीं जा सकते।
प्रशासनिक कार्रवाई के बाद यह मुद्दा अब राजनीतिक और जनचर्चा का विषय बन चुका है। सांसद और विधायक दोनों बेलतू में चल रहे दो समुदायों के बीच झंडा विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए वहां जाना चाह रहे थे, लेकिन स्थानीय पुलिस ने एहतियातन उन्हें डिटेन कर सीकरी थाना में रखा।
सांसद मनीष जायसवाल ने इस संबंध में कहा:
“हम इस मामले का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं और इसी उद्देश्य से बेलतू जा रहे थे। प्रशासन को निष्पक्ष और संवेदनशील भूमिका निभानी चाहिए।”
उन्होंने यह भी अपील की कि:
बदले की भावना से कोई कार्रवाई ना की जाए।
किसी की दुकान या मकान को नुकसान ना पहुंचाया जाए।
हाल में जो झंडा विवाद का कारण बना है, उसे तत्काल हटाया जाए।
क्षेत्र में कानून व्यवस्था बहाल रखी जाए।
बता दें कि यह इलाका हजारीबाग लोकसभा और बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र में आता है। ऐसे में वहां के जनप्रतिनिधियों को घटनास्थल पर जाने से रोक देना, स्थानीय राजनीति में प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है।
इस दौरान सांसद मनीष जायसवाल के साथ मौजूद थे:
सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह
बड़कागांव विधानसभा की सांसद प्रतिनिधि पूनम साहू
मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी
विधायक पीए अनूप सिंह