झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच गोगो दीदी योजना को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उसके कार्यकर्ता इस योजना के फॉर्म भरवाने में चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झामुमो कार्यकर्ताओं की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सभी उपायुक्तों को निर्देश दिए हैं कि वे चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें।
झामुमो के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से की शिकायत
झामुमो के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से शिकायत की है कि भाजपा के कार्यकर्ता गोगो दीदी योजना के फॉर्म भरवाने के लिए महिलाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं, जो कि चुनावी नियमों का उल्लंघन है। झामुमो का आरोप है कि भाजपा लगातार आदर्श आचार संहिता का पालन नहीं कर रही है और इस मामले में चुनाव आयोग की अनदेखी कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी उपायुक्त इस मामले को गंभीरता से लें और यह सुनिश्चित करें कि चुनाव आयोग के सभी नियमों का पालन हो। उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री का निर्देश -झारखंड में किसी भी राजनीतिक दल को केंद्रीय चुनाव आयोग के नियमों को तोड़ने की आजादी नहीं
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि झारखंड में किसी भी राजनीतिक दल को केंद्रीय चुनाव आयोग के नियमों को तोड़ने की आजादी नहीं है। उन्होंने सभी उपायुक्तों से कहा कि वे दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें और उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक सूचना प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि चुनावी प्रक्रिया की पवित्रता बनाए रखना आवश्यक है।
भाजपा ने किया का पलटवार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री के आदेश पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले इस तरह के निर्देश देना संवैधानिक ज्ञान की कमी को दर्शाता है। मरांडी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे गोगो दीदी योजना का फॉर्म घर-घर जाकर भरवाएं। उन्होंने कहा, “मैं स्वयं भी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर महिलाओं के बीच जाकर गोगो दीदी योजना का फॉर्म भरवाने का कार्य करूंगा।”
गोगो दीदी योजना का उद्देश्य :सरकार बनने के तुरंत बाद 2100 रुपए प्रति माह
गोगो दीदी योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं के बैंक खातों में सरकार बनने के तुरंत बाद 2100 रुपए प्रति माह भेजे जाएंगे। भाजपा ने इसे महिलाओं के सशक्तिकरण का एक महत्वपूर्ण कदम बताया है और कार्यकर्ताओं को इस योजना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया है। मरांडी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता इस योजना के फॉर्म भरवाने में सक्रिय रहेंगे ताकि महिलाएं अपने अधिकारों का लाभ उठा सकें।
राज्य सरकार का हस्तक्षेप गलत : भाजपा अपनी गतिविधियों रखेगी जारी
भाजपा के झारखंड चुनाव प्रभारी हिमांता बिस्व सरमा ने इस विवाद पर कहा कि आदर्श आचार संहिता चुनाव की अधिसूचना जारी होने की तिथि से प्रभाव में आती है। उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव की अधिसूचना नहीं जारी होती, तब तक हर राजनीतिक दल को अपने कार्यक्रम संचालित करने का अधिकार है। सरमा ने यह भी कहा कि राज्य सरकार का हस्तक्षेप गलत होगा, और भाजपा अपनी गतिविधियों को जारी रखेगी।
मईया सम्मान योजना का तोड़ बीजेपी ने गोगो दीदी योजना से की
गौरतलब है कि झारखंड में चुनाव की तिथि की घोषणा से पहले यहाँ की राजनीतिक आबोहवा तेज हो गई है। एकतरफ एनडीए का प्रयास है कि वह झारखंड की सत्ता पर फिर से काबिज हो, जबकि दूसरी तरफ झामुमो के लिए यह अपनी पहचान और अस्तित्व बनाए रखने की चुनौती है।
बता दें कि JMM का मईया सम्मान योजना का तोड़ बीजेपी ने गोगो दीदी योजना से किया है लिहाजा इसे लेकर चल रहे विवाद चुनावों में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, दोनों दलों की राजनीतिक गतिविधियाँ और तेज होती जाएँगी। चुनावी मैदान में भाजपा की कई बड़ी नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है, जबकि झामुमो के लिए यह अपनी मजबूती साबित करने का मौका है।
अब देखना यह है कि इन राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोपों का चुनावी परिणामों पर कितना प्रभाव पड़ता है और झारखंड में सत्ता की कुर्सी पर कौन काबिज होता है।