पाकुड़ में रामनवमी जुलूस को लेकर प्रशासनिक फैसले ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। सदर प्रखंड के नौ गांवों में जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दिए जाने के बाद से पक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। इस मुद्दे पर सियासी बयानबाज़ी तेज हो गई है।
भाजपा नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया के जरिए राज्य सरकार पर हमला बोला, जिसके बाद विवाद और बढ़ गया। अब भाजपा के जिला अध्यक्ष अमृत पांडे ने प्रेस वार्ता कर प्रशासन और सरकार पर तीखा निशाना साधते हुए चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने जल्द संज्ञान नहीं लिया, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
जुलूस की अनुमति नहीं देने को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा जारी आदेश में कई कारण गिनाए गए हैं। आदेश के अनुसार, नगर थाना से जांच प्रतिवेदन प्राप्त नहीं हुआ, शोभायात्रा में शामिल लोगों की संख्या स्पष्ट नहीं थी और लाइसेंस संबंधी दस्तावेज भी प्रस्तुत नहीं किए गए थे। इन सभी कारणों से रामनवमी जुलूस की अनुमति अस्वीकृत कर दी गई।
इस फैसले के बाद से धार्मिक आस्था और प्रशासनिक निर्णय के बीच संतुलन को लेकर बहस छिड़ गई है। पाकुड़ का माहौल फिलहाल सियासी सरगर्मी से भरा हुआ है, जहां एक ओर सरकार पर धार्मिक स्वतंत्रता के हनन का आरोप है, तो दूसरी ओर प्रशासन सुरक्षा और नियमों की दुहाई दे रहा है।