झारखंड के गोड्डा जिले में कथित अवैध बालू खनन को लेकर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। नेता प्रतिपक्ष और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर राज्य सरकार, प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि गोड्डा जिले के सनातन घाट से प्रतिदिन सैकड़ों हाईवा बालू का अवैध खनन हो रहा है और यह सब पुलिस-प्रशासन तथा सत्ता के संरक्षण में चल रहा है।
मंत्री के बयान पर सवाल
बाबूलाल मरांडी ने सदन में मंत्री द्वारा दिए गए बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि सरकार दावा कर रही है कि जनता को 100 रुपए में 100 CFT बालू उपलब्ध कराया जा रहा है, जबकि जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग है। उनके अनुसार आम लोगों को 100 CFT बालू के लिए करीब 5,000 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं।
लालू यादव के चारा घोटाले से की तुलना
मरांडी ने अपने पोस्ट में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के चारा घोटाले का उदाहरण देते हुए कहा कि लालू यादव ने खुद न तो चारा ढोया और न ही ट्रेजरी से पैसा निकाला, लेकिन घोटाले को संरक्षण देने के कारण उन्हें साढ़े 32 साल की सजा हुई।
उन्होंने कहा कि ठीक उसी तरह अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यह समझते हैं कि उन्होंने स्वयं साहिबगंज में पत्थर खनन या अन्य जिलों में कोयला-बालू-पत्थर के अवैध कारोबार में प्रत्यक्ष रूप से हिस्सा नहीं लिया, तो उन पर कार्रवाई नहीं होगी—यह उनकी सबसे बड़ी गलतफहमी है।
जांच एजेंसियों पर जताया भरोसा
भाजपा नेता ने कहा कि अब न्यायालय और जांच एजेंसियां भी मुख्यमंत्री की मंशा और कथित साजिश को समझ चुकी हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि झारखंड को लूटने वालों को हर हाल में कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा, चाहे वह कितना ही बड़ा अधिकारी या स्वयं मुख्यमंत्री क्यों न हो।
पुलिस और जांच एजेंसियों से कार्रवाई की मांग
बाबूलाल मरांडी ने गोड्डा पुलिस से अवैध बालू उठाव पर तत्काल संज्ञान लेने और इसे बंद कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से भी गोड्डा में चल रहे अवैध बालू खनन की जांच करने का आग्रह किया है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अवैध खनन पर तुरंत रोक नहीं लगी तो भारतीय जनता पार्टी आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।

