नई दिल्ली: संसद का बजट सत्र शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ, लेकिन उनके भाषण पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की टिप्पणियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ा ऐतराज जताया और इसे आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान बताया।
सोनिया और राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
राष्ट्रपति मुर्मू ने संयुक्त सत्र में करीब एक घंटे का भाषण दिया। इसके बाद राहुल गांधी ने इसे “उबाऊ” बताया, जबकि सोनिया गांधी ने कहा, “Poor lady was tired at the end,” यानी “बेचारी अंत तक बहुत थक गई थीं, मुश्किल से बोल पा रही थीं।”
BJP ने किया पलटवार
गांधी परिवार की इस टिप्पणी पर BJP ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, “यह टिप्पणी कांग्रेस की घटिया राजनीति और चरित्र को उजागर करती है। नकली गांधी परिवार यह बर्दाश्त नहीं कर सकता कि कोई गैर-गांधी उच्च संवैधानिक पद पर पहुंचे।” उन्होंने आगे कहा कि यह टिप्पणी “हर भारतीय, हर आदिवासी और हर महिला का अपमान है।”
राजनीतिक संग्राम तेज
BJP नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि सोनिया गांधी की टिप्पणी न केवल राष्ट्रपति पद की गरिमा के खिलाफ है, बल्कि यह उनके दलित-आदिवासी विरोधी मानसिकता को भी दिखाता है।
हालांकि, कांग्रेस ने अब तक इस विवाद पर आधिकारिक सफाई नहीं दी है, लेकिन यह मामला राजनीतिक रूप से गर्मा सकता है। विपक्ष सरकार पर निशाना साधने की तैयारी में है, जबकि BJP इसे कांग्रेस की मानसिकता से जोड़कर मुद्दा बना रही है।