डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया:राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु अपने पहले पुर्तगाल दौरे पर हैं, जहां लिस्बन शहर में उनका भव्य स्वागत हुआ। इस मौके पर लिस्बन के ऐतिहासिक सिटी हॉल ‘कैमरा म्यूनिसिपल दे लिस्बोआ’ में आयोजित समारोह में शहर के मेयर ने उन्हें “की ऑफ ऑनर” (Key of Honour) से सम्मानित किया। यह सम्मान पुर्तगाल-भारत के मजबूत होते रिश्तों का प्रतीक बना।
महान कवि कैमोज की समाधि पर अर्पित की श्रद्धांजलि
अपने दौरे के दौरान राष्ट्रपति मुर्मु ने पुर्तगाल के प्रसिद्ध गिरजाघर का दौरा किया और वहां की ऐतिहासिकता को सराहा। इसके बाद उन्होंने पुर्तगाल के प्रसिद्ध कवि लुइस वाज डी कैमोज की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की, जो दोनों देशों की साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत के प्रति सम्मान को दर्शाता है।
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भारत-पुर्तगाल संबंधों को बताया ऐतिहासिक और गहराई से जुड़ा
इस विशेष समारोह में लिस्बन के राजनयिक समुदाय के सदस्यों, स्थानीय गणमान्य नागरिकों और भारत-पुर्तगाल समुदाय के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। राष्ट्रपति मुर्मु ने अपने संबोधन में कहा, “मैं पुर्तगाल की अपनी पहली राजकीय यात्रा के तहत लिस्बन आकर गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। यहां की जनता और मेयर द्वारा किया गया स्वागत मेरे लिए अत्यंत भावुक क्षण है।”
‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की दिशा में भारत कर रहा प्रगति
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और पुर्तगाल के सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं, जो आज भी हमारे सामाजिक जीवन में स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। उन्होंने पुर्तगाल को यूरोपीय संघ और लुसोफोन देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने वाला एक महत्वपूर्ण साझेदार बताया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने यह भी कहा, “भारत ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की ओर तेज़ी से अग्रसर है, जहां हम एक समावेशी, समृद्ध और मानव-केंद्रित समाज की कल्पना कर रहे हैं।”