झारखंड: भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने अपने झारखंड दौरे के दूसरे दिन कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने आइआइएम रांची और ट्रिपल आइटी के भवनों का ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन किया एवं सुबह– सुबह रांची में भगवान बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का दौरा किया। इस दौरान झारखंड के मुख्यमंत्री समेत कई दिग्गज नेता भी मौजूद रहें।
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज यहां के लोग झारखंड स्थापना दिवस मना रहे हैं। अटल जी के प्रयास से झारखंड का गठन हुआ। झारखंड का कोना कोना महान विभूतियों के योगदानों से भरा है। अनेक वीरों ने इस धरती का गौरव बढ़ाया। विभूतियो का देश आज भी ऋणी है। दुर्भाग्य है कि इनके प्रति न्याय नहीं हुआ। झारखंड आना पुरानी स्मृतियों को याद करने का मुझे अवसर भी प्रदान करता है। यहीं से आयुष्मान भारत योजना की मैने शुरुआत की थी।
पीएम मोदी ने कहा कि अगले 25वर्षों के अमृत काल में दिव्य भारत का निर्माण करना है तो चार अमृत स्तंभों पर पूरी ताकत लगानी है। उन्होंने कहा कि पहला भारत की महिलाएं और नारी शक्ति हैं।दूसरा किसान पशु पालक और मछली पालक। तीसरा युवा वर्ग। चौथा भारत का मध्यम वर्ग है।
साथ ही पीएम ने हेमंत सोरेन के सामने ही पूर्व की सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्ष में 4 स्तंभों पर जितना कार्य हुआ उतना कभी नहीं। पांच वर्ष में 13करोड़ सेअधिक लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। हम सेवा करने के लिए आए हैं।
उन्होंने कहा बड़ी आबादी मूलभूत सुविधाओं से वंचित थी। पूर्व की सरकार खुद को माई बाप समझती थी। हमने सेवक बनकर काम शुरू किया। सरकार खुद चलकर उनके पास पहुंची। मलाई खानेवालों में सारे रसूखदार होते थे। उनकी सरकार में पहुंच रहती थी। मूल सुविधाओं से वंचित लोगों का ध्यान देनेवाला कोई नहीं था। मोदी ने उनकी सुध ली।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने पीएम किसान सम्मान निधि की 15वीं किश्त जारी की। इससे किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये ट्रांसफर होंगे। पूरे देश के आठ करोड़ किसानों के खाते में राशि हस्तांतरित होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि कोई बिचौलिया नहीं, किसानों का सीधा नाता मोदी के साथ रहता है। झारखंड में भी नक्सली समस्या में कमी आई है। वहीं भगवान बिरसा अमर रहे के नारों के साथ प्रधानमंत्री का संबोधन समाप्त हो गया।