डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में धरती आबा जनभागीदारी अभियान के तहत हाल ही में 16 ग्राम-स्तरीय शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य जनजातीय बहुल गांवों के लोगों को सरकारी योजनाओं से सीधे जोड़कर उनका सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण सुनिश्चित करना है।

विभिन्न विभागों द्वारा योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई और मौके पर ही आवेदन भी लिए गए। इन शिविरों का सकारात्मक प्रभाव तुरंत देखने को मिला। अब तक कुल 137 आवेदनों को ऑनलाइन दर्ज किया जा चुका है, जिनमें विभिन्न महत्वपूर्ण सेवाओं और लाभों से संबंधित आवेदन शामिल हैं।

आधार कार्ड: 11 आवेदन
आयुष्मान कार्ड: 27 आवेदन
पीएम सम्मान निधि योजना: 10 आवेदन
उज्ज्वला योजना: 9 आवेदन
जनधन योजना: 4 आवेदन
जाति प्रमाण पत्र: 3 आवेदन
आवासीय प्रमाण पत्र: 3 आवेदन
राशन कार्ड: 4 आवेदन
केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड): 2 आवेदन
मनरेगा: 11 आवेदन
स्वास्थ्य जांच और जागरूकता पर भी रहा जोर
योजनाओं के आवेदन के साथ-साथ, इन शिविरों में ग्रामीणों के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया गया। मेडिकल टीमों ने 25 सिकल सेल जांच और 20 टीबी जांच की, जिससे ग्रामीणों को उनके घर के पास ही महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकी।
शिविरों में विशेष रूप से वन अधिकार अधिनियम, आवास योजना, स्वास्थ्य योजनाएं, पेंशन योजना, प्री व पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, पशुधन विकास योजना और श्रम विभाग की योजनाओं के साथ-साथ जनजातीय उद्यमिता को बढ़ावा देने वाली योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाई गई और आवेदन भी प्राप्त किए गए।
अगले शिविर में आप भी लें हिस्सा
पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन जिले के सभी प्रखंडों में चरणबद्ध तरीके से इन शिविरों का आयोजन कर रहा है। यह अभियान जनजातीय समुदाय को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। जिला प्रशासन सभी आमजनों से अपील करता है कि वे आगामी शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।
अगला शिविर 23 जून को इन स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे
बहरागोड़ा: कटुशोल
चाकुलिया: बाडियागाजाड़, पीताजुड़ी, उदाल
धालभूमगढ़: चुकरीपाड़ा
डुमरिया: बारूनिया, चिंगड़ा, लांगो
घाटशिला: केन्दोपोसी, महिषडूबा, नरसिंहपुर, उपर पावड़ा, झांटीझरना
जमशेदपुर: कुदादा, नान्दुप, लायलम
गुड़ाबांदा: बालिजुड़ी एवं मुड़ाकाटी का सबरटोला
मुसाबनी: उपरबंधा
पटमदा: लक्षीपुर
पोटका: टांगराइन
सरकारी सेवाओं और अपने कल्याण से जुड़ने का यह अवसर न छोड़ें।