डिजिटल डेस्क। कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फॉरेक्स ट्रेडिंग से जुड़े एक बड़े घोटाले में 18.78 करोड़ की चल-अचल संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया है। ये संपत्तियां टीपी ग्लोबल एफएक्स और आईएक्स ग्लोबल मामले में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत अटैच की गई हैं। इनमें फ्लैट, अपार्टमेंट, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट शामिल हैं।
यह कार्रवाई कोलकाता, महाराष्ट्र और गुजरात पुलिस द्वारा टीपी ग्लोबल एफएक्स, आईएक्स ग्लोबल, टीएम ट्रेडर्स और केके ट्रेडर्स जैसी कंपनियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर की गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पहले ही टीपी ग्लोबल एफएक्स को ‘अलर्ट लिस्ट’ में डालकर चेतावनी दी थी कि यह कंपनी फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए रजिस्टर्ड नहीं है।
जांच में सामने आया कि प्रसेनजीत दास और तुषार पटेल ने फर्जी कंपनियां बनाकर निवेशकों को ऊंचे मुनाफे का लालच दिया। वहीं, आईएक्स ग्लोबल के डायरेक्टर्स ने टीपी ग्लोबल एफएक्स को बढ़ावा दिया, जिससे कई लोगों ने इसमें पैसा लगाया।
ईडी अब तक इस मामले में शैलेश कुमार पांडे, प्रसेनजीत दास और विराज सुहास पाटिल को गिरफ्तार कर चुकी है। इस कार्रवाई के बाद जब्त की गई कुल संपत्ति 291 करोड़ रुपये हो गई है, जिसमें नकदी, सोना, रियल एस्टेट और वाहन जैसी चीजें शामिल हैं। ईडी ने इस मामले में तीन चार्जशीट भी दाखिल की हैं।

