डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत अधिग्रहित जमीन के उचित मुआवजे की मांग को लेकर गांव दुन्नेवाला में किसानों और पुलिस के बीच तीखा टकराव हो गया। पुलिस को किसानों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। किसानों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उन्हें उनकी जमीन का सही मुआवजा नहीं दिया जा रहा है, जिससे उनकी नाराजगी बढ़ रही है।
किसानों की मांग: 70 लाख प्रति एकड़ मुआवजा
जिला प्रशासन ने बीते वीरवार को दुन्नेवाला, शेरगढ़ और भगवानगढ़ गांवों में करीब आठ किलोमीटर की जमीन का कब्जा लिया था। किसानों का कहना है कि उन्हें 70 लाख रुपये प्रति एकड़ मुआवजा मिलना चाहिए, जबकि प्रशासन उन्हें केवल 47 लाख रुपये दे रहा है। इसी मुद्दे को लेकर आज बड़ी संख्या में किसान दुन्नेवाला गांव पहुंचे और अपनी जमीन का कब्जा छुड़ाने की कोशिश की।
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले
किसानों की बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने और उन्हें तीतर-बीतर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए हैं।
किसानों की नाराजगी, प्रशासन की चुप्पी
किसानों का कहना है कि उनकी जमीन का अधिग्रहण उनकी सहमति के बिना किया गया और उन्हें उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा। दूसरी ओर, प्रशासन का कहना है कि मुआवजा सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार तय किया गया है। मामले को लेकर दोनों पक्षों के बीच समझौते की कोई संभावना फिलहाल नजर नहीं आ रही है।
आगे की कार्रवाई पर नजर
इस विवाद को देखते हुए जिला प्रशासन ने उच्च अधिकारियों से परामर्श मांगा है। वहीं, किसानों ने आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। इस मामले में आगे की कार्रवाई क्या होगी, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
पढ़े अन्य खबरें–
- खबरें और भी हैं mirrormedia.co.in पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं, आप हमसे जुड़ सकते हैं Facebook, Instagram, X अपने सुझाव या खबरें हमें mirrormedia2019@gmail.com पर भेजें।