जमशेदपुर : सरकारी बैंकों का निजीकरण का विरोध जारी है। 28-29 मार्च को बैंक कर्मचारी यूनियंस की दो दिवसीय हड़ताल का आवाहन किया गया है। देशभर के कर्मचारी यूनियंस, बैंक यूनियंस, किसान और मजदूर यूनियंस इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं। बता दें कि पहले ये हड़ताल फरवरी 2022 को होने वाला था, लेकिन कोरोना संक्रमण और पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को देखते हुए इसे टाल कर 28 और 29 मार्च कर दिया गया। ऐसे में आपके जो भी जरूरी काम है समय रहते निपटा लें। सीटू सहित 11 ट्रेड यूनियनों ने 28-29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। यह बंद केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे देश की संपदाओं की बिक्री, मजदूर विरोधी नीति, आंगनबाड़ी, सहिया, रसोइया और अन्य योजना के खिलाफ है। ट्रेड यूनियनों का कहना है कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपानीत केन्द्र सरकार की नीतियों के चलते देश की हालत बद से बदतर होते जा रही है। मौजूदा समय में रोजगार और आजीविका के अवसरों में भारी गिरावट के कारण बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। देश की ऐसी हालत को देखते हुए हमलोग और संगठित-असंगठित क्षेत्र के कामगारों ने मिलकर 28-29 मार्च को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।