सरकार के आदेशों के खिलाफ वसूल रहे मनमानी शुल्क
मिरर मीडिया : स्कूलों द्वारा मनमानी फीस को लेकर जिला शिक्षा विभाग फिर रेस हुई है। आपको बता दें कि शुल्क को लेकर अभिभावकों पर दबाव बनाने एवं राज्य सरकार के आदेश की अनदेखी करने वाले जिले के पब्लिक स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है इसी क्रम में जिला शिक्षा अधीक्षक इन्द्र भूषण सिंह ने डीएवी ग्रुप के सभी स्कूलों और धनबाद पब्लिक स्कूल केजी आश्रम एवं हीरक ब्रांच को जवाब तलब किया है।

अभिभावकों पर मासिक शुल्क के साथ-साथ अन्य शुल्क देने का दबाव
स्कूल 25 जून 2020 के विभागीय आदेश की कर रहे अवहेलना
इस बाबत जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने बताया कि डीएवी ग्रुप के सभी स्कूल एवं धनबाद पब्लिक स्कूल के दोनों ब्रांच द्वारा लगातार मासिक शुल्क के अलावा अन्य शुल्क लेने की शिकायतें अभिभावकों से प्राप्त हो रही थी इसके आलोक में स्कूल से कारण परीक्षा की गई है एवं 14 मार्च तक अपना पक्ष रखने को कहा गया है। डीएसई ने बताया कि जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक में स्कूलों के खिलाफ मान्यता रद्द करने संबंधित पत्र प्रेषित किया जाएगा।
दिशा की बैठक में स्कूलों द्वारा शुल्क मनमानी का उठा था मुद्दा
धनबाद उपायुक्त ने भी संबंधित स्कूलों से स्पष्टीकरण मांगने के दिए थे निर्देश
बता दें कि इससे पहले दिशा की बैठक में भी निजी स्कूलों द्वारा शुल्क की मनमानी को लेकर सांसद पशुपतिनाथ सिंह द्वारा बातों को रखा था जिसके बाद उपायुक्त ने डीएसई को संबंधित स्कूलों से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए थे साथ ही जिला स्थापना समिति के समक्ष उक्त बातों को रखने एवं संबंधित स्कूलों पर कार्यवाई करने के निर्देश दिए थे।
बहरहाल शुल्क को लेकर राज्य सरकार के आदेशों की अनदेखी करने के मामले में संबंधित स्कूलों पर एक बार फिर से शिक्षा विभाग की नींद खुली है और अब आगे की कार्रवाई से अभिभावकों को कितना राहत मिल पाता है यह समय और विभाग की कार्रवाई तय करेगी।