देश : संसद के दोनो सदनो से महिला आरक्षण बिल को हरी झंडी मिल गई है। इस विधेयक पर ज्यादातर दलों ने सरकार का साथ दिया है। इस बीच बिल के कानून बनने में लगने वाले समय पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को सरकार पर
सवाल उठाए हैं।
गांधी ने कहा कि अगर यही चलता रहा तो महिला आरक्षण बिल को कानून बनने में 10 साल लगेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि मेरी केवल यही मांग रही है कि सरकार को सबसे पहले जाति आधारित जनगणना करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को पता लगना चाहिए कि यहां ओबीसी भाई कितने हैं और उन्हें देश चलाने में भागीदारी मिलनी चाहिए।
साथ ही राहुल ने कहा कि संसद में सभी ओबीसी सांसदों को केवल मूर्ति बनाकर रखा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश के लिए किसी भी फैसले में इन सांसदों को शामिल नहीं किया जाता है। राहुल ने कहा कि ओबीसी को यह सरकार कोई प्राथमिकता नहीं देती है। इसी वजह से जातिगत जनगणना होने से ताकि इन युवाओं को अपने अधिकारों को पता लग सके।
इसके अलावा राहुल से जब पूछा गया कि आपकी सरकार के दौरान ये बिल पास नहीं हो सका था, अगर आपकी तत्कालीन यूपीए सरकार कोशिश करती तो 10 साल पहले ही ये पास हो जाता। इस पर राहुल ने कहा कि मुझे अफसोस है कि कांग्रेस के शासनकाल में ये बिल पास नहीं हो सका।