बोकारो: शहर में इन दिनों एक खास तरह के नमक की खूब चर्चा है — राजस्थान से आया हुआ सेंधा और काला नमक, जो न केवल पूरी तरह प्राकृतिक और शुद्ध बताया जा रहा है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए लाभकारी भी माना जा रहा है।
बोकारो के विभिन्न इलाकों में राजस्थान के गंगानगर से आए व्यापारी सड़क किनारे बड़े-बड़े पत्थरनुमा सेंधा नमक की बिक्री कर रहे हैं। स्थानीय लोग भी इसमें दिलचस्पी ले रहे हैं और इसे अपने खानपान में शामिल कर रहे हैं। खरीदारों का कहना है कि वे पिछले 5 वर्षों से सेंधा नमक का उपयोग कर रहे हैं और इसका सेवन ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़ सहित कई अन्य बीमारियों को नियंत्रित करने में मददगार साबित हुआ है।
लोगों का दावा है कि सफेद नमक के मुकाबले सेंधा नमक शरीर के लिए कहीं अधिक सुरक्षित और फायदेमंद है। यह पूरी तरह प्राकृतिक होता है और इसमें किसी प्रकार की केमिकल प्रोसेसिंग नहीं की जाती।
विक्रेताओं का कहना है कि वे यह नमक ₹80 प्रति किलो की दर से बेच रहे हैं। यदि कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में खरीदता है तो उन्हें रियायत भी दी जाती है। उन्होंने बताया कि यह नमक पाकिस्तान के सिंध, पंजाब (लाहौर) इलाके से आयातित होता है, जिसे गंगानगर के बड़े व्यापारी भारत लाते हैं।
सेंधा नमक की खासियत यह भी है कि यह पूजा-पाठ में भी उपयोग होता है, साथ ही कैल्शियम की कमी दूर करने में भी सहायक माना जाता है।