सौरव गांगुली की बायोपिक में राजकुमार राव निभाएंगे ‘दादा’ का किरदार, 2026 में रिलीज होगी फिल्म

Manju
By Manju
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डिजिटल डेस्क/कोलकाता: भारतीय क्रिकेट के ‘दादा’ सौरव गांगुली की जिंदगी जल्द ही बड़े पर्दे पर नजर आएगी। उनकी बायोपिक में अभिनेता राजकुमार राव सौरव का किरदार निभाएंगे। दिसंबर 2026 में रिलीज होने वाली इस फिल्म को लेकर गांगुली ने उत्साह जताया है। साथ ही, उन्होंने अपने क्रिकेट करियर के कुछ अफसोस भी साझा किए, जिसमें कई बार शतक से चूकना और अनिल कुंबले को टीम से बाहर करने का फैसला शामिल है।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अपनी आगामी बायोपिक को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि उनकी जिंदगी पर आधारित फिल्म में अभिनेता राजकुमार राव उनके किरदार को पर्दे पर उतारेंगे। यह फिल्म दिसंबर 2026 में सिनेमाघरों में रिलीज होगी। गांगुली ने राजकुमार को इस भूमिका के लिए सही विकल्प बताया, लेकिन खुद इस प्रोजेक्ट को प्रमुखता देने के सुझाव को खारिज कर दिया।
सौरव ने अपने शानदार क्रिकेट करियर को याद करते हुए कुछ अफसोस भी जताए। उन्होंने कहा, ‘मैं कई बार शतक बनाने से चूक गया। कई पारियों में 80 या 90 रन बनाए, लेकिन शतक नहीं लगा सका। जब मैं अकेला होता हूं, तो अपनी बल्लेबाजी के पुराने वीडियो देखता हूं और सोचता हूं कि मुझे शतक पूरा करना चाहिए था।’

आंकड़ों के मुताबिक, सौरव 30 बार 80 या 90 रनों की पारी खेलने के बाद आउट हुए। अगर ये पारियां शतक में तब्दील होतीं, तो उनके नाम 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय शतक हो सकते थे। उनके करियर में कुल 38 शतक दर्ज हैं। कप्तानी के दौरान लिए गए कठिन फैसलों का जिक्र करते हुए गांगुली ने महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले को कुछ मौकों पर अंतिम एकादश से बाहर करने का अफसोस जताया। उन्होंने कहा, ‘कप्तान को कभी-कभी मुश्किल फैसले लेने पड़ते हैं। टीम और परिस्थितियों की जरूरत के हिसाब से किसी खिलाड़ी को बाहर करना पड़ता है। इस कारण कुंबले को कुछ मौके नहीं मिले।’ सौरव ने ऑस्ट्रेलिया को अपनी सबसे पसंदीदा प्रतिद्वंद्वी टीम बताया और ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा को सबसे चुनौतीपूर्ण गेंदबाज माना। उन्होंने कहा, ‘मैकग्रा का सामना करना हमेशा कठिन होता था।’

बायोपिक पर एक नजर:
सौरव गांगुली की बायोपिक उनके क्रिकेट करियर, कप्तानी के सुनहरे दौर और निजी जिंदगी के उतार-चढ़ाव को दर्शाएगी। राजकुमार राव जैसे प्रतिभाशाली अभिनेता के साथ यह फिल्म क्रिकेट प्रेमियों के बीच उत्साह पैदा कर रही है। गांगुली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने 2000 के दशक में कई ऐतिहासिक जीत हासिल की थीं, जिनमें 2001 का कोलकाता टेस्ट और 2003 विश्व कप का फाइनल शामिल है। यह फिल्म ‘दादा’ के उस जज्बे को पर्दे पर जीवंत करने का वादा करती है।

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