
Ranchi News: झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) का दो दिवसीय 13वां महाधिवेशन आज राजधानी रांची के खेलगांव स्थित हरिवंश ताना भगत इंडोर स्टेडियम में भव्य रूप से शुरू हो गया। यह आयोजन 15 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें पार्टी की संगठनात्मक मजबूती, आगामी चुनावी रणनीति, और राज्य तथा राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस महाधिवेशन में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के अलावा राज्य भर से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता, पदाधिकारी और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। पार्टी सुप्रीमो और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अनुपस्थिति में झामुमो की कमान को लेकर भविष्य की दिशा तय करने के संकेत भी इस महाधिवेशन से मिलने की उम्मीद है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस महाधिवेशन का मुख्य उद्देश्य झामुमो की संगठनात्मक मजबूती, युवाओं की भागीदारी बढ़ाना, और आदिवासी-दलित हितों की रक्षा के लिए भविष्य की रणनीति तय करना है। महाधिवेशन के मंच से झामुमो विपक्षी एकता और सामाजिक न्याय की विचारधारा को फिर से रेखांकित करेगा। कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कई प्रेरणादायी भाषणों, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और विचार सत्रों का आयोजन किया जा रहा है।
सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम
महाधिवेशन को देखते हुए खेलगांव और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। रांची जिला प्रशासन द्वारा यातायात प्रबंधन, पार्किंग व्यवस्था और आपातकालीन सेवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
राज्य की राजनीति में झामुमो की भूमिका को देखते हुए यह महाधिवेशन काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। झामुमो अपने पारंपरिक वोट बैंक को मजबूत करने के साथ-साथ युवाओं और शहरी मतदाताओं तक भी अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहा है
प्रमुख प्रस्तावों पर पार्टी करेगा विचार
महाधिवेशन में JMM इस अधिवेशन में वक़्फ़ कानून को लेकर विरोध दर्ज करेगा। पार्टी का मानना है कि यह कानून कई समुदायों के अधिकारों को प्रभावित करता है। साथ ही खबर ये भी है की हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। अटकलें हैं कि उन्हें संगठनात्मक स्तर पर प्रमुख भूमिका मिल सकती है। JMM अब सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं रहना चाहता। पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने के लिए प्रस्ताव लाया जाएगा, ताकि उसका प्रभाव देशव्यापी बनाया जा सके।