विश्व रक्तदान दिवस विशेष:::
जमशेदपुर। महिला शक्ति भी रक्तदान करने में आगे आ रही है। समाज में अब भी यह धारणा बनी हुई है कि रक्तदान केवल पुरुष ही कर सकते हैं। अब यह मिथक टूट रहा है, क्योंकि पुरुषों की ही भांति महिलाएं भी रक्तदान के लिए आगे आने लगी हैं।महिलाएं अब हर क्षेत्र में आगे है। यहां तक की रक्तदान में भी महिलाएं बढ़ चढ़ कर आगे आ रही है। आलम यह है कि सरकारी अस्पतालों में ही नहीं बल्कि सामाजिक संस्थाओं द्वारा आयोजित शिविर में 30%प्रतिशत भागीदारी महिलाओं की होती है। टाटानगर गायत्री परिवार द्वारा पिछले 17 सालों से रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है हर 3 महीने में गायत्री परिवार द्वारा रक्तदान शिविर लगाया जाता है जिसमें अभी तक का ढाई सौ तक का रिकॉर्ड रहा है जिसमें 35% संख्या महिलाओं की होती है। गायत्री परिवार महिला सदस्य रंजीता राय ने अपना 25वां रक्तदान पूरा कर लिया है। वे अभी तक 25 से भी अधिक बार ब्लड डोनेट कर चुकी है इसके लिए उन्हें गायत्री परिवार की ओर से सम्मानित किया जा चुका है वहीं मारवाड़ी युवा मंच द्वारा आयोजित शिविरों में भी मारवाड़ी महिलाएं बढ़-चढ़कर रक्तदान शिविर का हिस्सा बन रही है।