डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: हेनले ग्लोबल ने दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की सालाना रैंकिंग जारी कर दी है, जिसमें यह तय करने का तरीका है कि पासपोर्टधारी व्यक्ति कितने देशों में बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं। इस लिस्ट में पाकिस्तान का हाल बुरा है, क्योंकि उसे यमन के साथ 103वां स्थान दिया गया है। विशेष बात यह है कि यमन इस वक्त गृह युद्ध से जूझ रहा है, और पाकिस्तान की रैंकिंग उत्तर कोरिया से भी नीचे है।
सिंगापुर को मिला पहला स्थान
रैंकिंग के अनुसार, दुनिया का सबसे ताकतवर पासपोर्ट सिंगापुर का है। सिंगापुर के पासपोर्टधारी लोग बिना वीजा या वीजा ऑन अराइवल के साथ 195 देशों में यात्रा कर सकते हैं। यह लगातार तीसरे साल है जब सिंगापुर ने टॉप स्थान पर कब्जा किया है, और वह 2021 से लगातार इस लिस्ट में पहले स्थान पर बना हुआ है।
जापान ने सिंगापुर को दी कड़ी टक्कर
जापान को इस साल दूसरे स्थान पर रखा गया है। जापान के पासपोर्टधारी 193 देशों में बिना वीजा या वीजा ऑन अराइवल के साथ यात्रा कर सकते हैं। जापान ने 2024 में संयुक्त रूप से सिंगापुर के साथ पहला स्थान हासिल किया था। पिछले साल 2023 में जापान ने सिंगापुर को पीछे छोड़ते हुए पहले स्थान पर कब्जा किया था।
भारत की रैंकिंग में गिरावट
भारत की रैंकिंग इस बार 5 स्थान गिरकर 85वें स्थान पर आ गई है। पिछले साल भारत 80वें स्थान पर था, और इस साल भारतीय पासपोर्टधारी 57 देशों में वीजा ऑन अराइवल या बिना वीजा यात्रा कर सकते हैं। इनमें अंगोला, भूटान, बोलिविया, फिजी, हैती, कजाखस्तान, केन्या, मॉरिशस, कतर, श्रीलंका जैसे देशों का समावेश है।
अन्य देशों की स्थिति
इस साल की रैंकिंग में पाकिस्तान को 103वां, अफगानिस्तान को 106वां, नेपाल को 101वां, बांग्लादेश को 100वां, श्रीलंका को 96वां, म्यांमार को 94वां, और भूटान को 90वां स्थान मिला है। इन देशों की रैंकिंग पासपोर्ट की ताकत के हिसाब से काफी कमजोर रही है।