डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर : सभागार में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में दक्षिण पूर्व रेलवे व पथ निर्माण विभाग से संबंधित विभिन्न विकास परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक आयोजित की गई। बैठक में भूमि अर्जन, ग्राम सभा, सर्वे, सत्यापन प्रतिवेदन, राजपत्र व समाचार पत्र प्रकाशन सहित अन्य प्रक्रियाओं की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक में दक्षिण पूर्व रेलवे की परियोजना अंतर्गत कुल 49 मौजा में भू-अर्जन की स्थिति पर चर्चा की गई। इनमें से 47 मौजा में ग्राम सभा का आयोजन पूरा हो चुका है, जबकि 02 मौजा में ग्राम सभा लंबित है। उपायुक्त द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को ग्रामीणों से समन्वय स्थापित कर शीघ्र ग्राम सभा आयोजित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही भूमि सत्यापन, राजपत्र प्रकाशन एवं समाचार पत्र प्रकाशन की प्रगति की भी समीक्षा की गई तथा प्रक्रियाओं को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा पथ निर्माण विभाग की कुल 10 प्रमुख परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। इनमें पिछली से कुदादा पथ, भागबन्दी से ओड़िशा पथ, बेगनाडीह से पोटका पथ, भुइयासिनान से सुसनी पथ, फुलडूंगरी से झाटीझरना पथ, कीताडीह से बागबेड़ा रिंग रोड, पिपला मोड़ (एनएच-33) से घोड़ाबन्दा होते हुए गोविंदपुर अन्ना चौक तक पथ, गुड़ा–जियान–धालभूमगढ़ पथ, भादोडीह–सतनाला–बोड़ाम–माधवपुर पथ, कोवाली–डुमरिया पथ, मुसाबनी–डुमरिया–अस्तकोवाली–कोयम पथ सहित विभिन्न नालों पर प्रस्तावित उच्च स्तरीय सेतु निर्माण से संबंधित कार्य शामिल हैं।
साथ ही पिताजुड़ी से गुड़ाबांदा पथ, बांसदा से पथरा पथ, कोवाली से लायलमघाटी तक पथ तथा कोवाली से चौरंगी मोड़ तक पथ परियोजनाओं को लेकर सर्वे, सत्यापन प्रतिवेदन व अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं की समीक्षा की गई। उपायुक्त द्वारा सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए सर्वे व सत्यापन कार्य शीघ्र पूरा करने और विकास कार्यों को गति देने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
उपायुक्त ने स्पष्ट रूप से कहा कि रेलवे व सड़क परियोजनाएं क्षेत्र के समग्र विकास व आवागमन सुदृढ़ीकरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, ऐसे में सभी कार्य निर्धारित समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से पूरा किए जाएं।

