भारत की सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL ने एक बड़ा कदम उठाते हुए ‘Direct-to-Device’ (D2D) सर्विस शुरू की है, जिसके जरिए अब यूजर्स सैटेलाइट के माध्यम से सीधे अपने फोन पर कॉल कर सकेंगे, बिना किसी सिम कार्ड या मोबाइल नेटवर्क के। यह नई तकनीक भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है, जो न केवल दूरस्थ क्षेत्रों में कनेक्टिविटी की समस्या को हल करेगी, बल्कि आपातकालीन स्थितियों में भी कारगर साबित हो सकती है।
BSNL की D2D सर्विस क्या है?
BSNL की D2D सर्विस एक ऐसी तकनीक है, जो सैटेलाइट टेक्नोलॉजी पर आधारित है और इसे वायसैट (Vaysat) कंपनी के सहयोग से विकसित किया गया है। इस सेवा के तहत यूजर्स बिना सिम कार्ड के सिर्फ सैटेलाइट के जरिए फोन कॉल कर सकेंगे। इसका मतलब यह है कि जिन जगहों पर सामान्य मोबाइल नेटवर्क नहीं पहुंच पाता, जैसे पहाड़ी क्षेत्र, समुद्री इलाकों, या आपदा प्रभावित क्षेत्रों में, वहां भी लोग आसानी से संपर्क में रह सकेंगे।
D2D कैसे काम करती है?
D2D सर्विस को इस्तेमाल करने के लिए आपको एक साधारण स्मार्टफोन की आवश्यकता होगी, जिसमें सैटेलाइट कनेक्टिविटी का सपोर्ट हो। जब आप कॉल करेंगे, तो यह कॉल सीधे सैटेलाइट के माध्यम से 36,000 किलोमीटर ऊपर स्थित सैटेलाइट से होकर गुजरेगी और कॉल रिसीवर तक पहुंचेगी। इस सेवा का सबसे बड़ा फायदा यह है कि नेटवर्क टॉवर पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं होगी, जिससे उन स्थानों पर भी कनेक्टिविटी संभव होगी, जहां सामान्य नेटवर्क सेवाएं नहीं पहुंचती हैं।
टेलीकॉम इंडस्ट्री पर प्रभाव
BSNL की यह नई पहल जियो और एयरटेल जैसे बड़े निजी ऑपरेटरों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। जहां ये कंपनियां 5G सेवाओं के विस्तार में लगी हैं, वहीं BSNL ने सैटेलाइट टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कदम बढ़ाकर साबित कर दिया है कि सरकारी कंपनियां भी तकनीकी उन्नति में अग्रणी हो सकती हैं। इसके साथ ही, अन्य कंपनियां जैसे जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया भी सैटेलाइट कनेक्टिविटी पर काम कर रही हैं, जिससे टेलीकॉम इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा और बढ़ेगी।
आपातकालीन परिस्थितियों में मददगार
D2D सर्विस का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह सेवा आपातकालीन परिस्थितियों में भी बेहद मददगार साबित हो सकती है। जब किसी प्राकृतिक आपदा या किसी अन्य आपात स्थिति में मोबाइल नेटवर्क ठप हो जाते हैं, तो यह सैटेलाइट कनेक्टिविटी लोगों को एक-दूसरे से संपर्क में रहने का मौका देगी।
वैश्विक प्रतिस्पर्धा और भविष्य
भारत में सैटेलाइट कनेक्टिविटी का क्षेत्र अभी विकसित हो रहा है, और BSNL की इस नई सर्विस से यह साफ हो गया है कि सरकार भी इस दिशा में तेजी से कदम उठा रही है। स्टारलिंक और अमेज़न जैसी वैश्विक कंपनियां भी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाएं शुरू करने की योजना बना रही हैं, जिससे देश में सैटेलाइट कनेक्टिविटी का भविष्य और उज्जवल हो सकता है।